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मंदिर समिति के अध्यक्ष का कहना है कि हमें इस बात की बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी कि मुख्यमंत्री के साथ कोई ऐसा मंत्री है जो कि मुस्लिम संप्रदाय से ताल्लुक रखता है मंदिर के प्रवेश द्वार पर ही लिखा है कि यहां के हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है इस बड़ी चूक के लिए न केवल हम भगवान से क्षमा मांग रहे बल्कि समाज के लोगों से भी क्षमा मांग रहे हैं, दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार की दोपहर रबर डैम का निरीक्षण करने आए थे उनके साथ जिले के प्रभारी मंत्री इसराइल मंसूरी भी थे हाल में ही बने महागठबंधन की सरकार में इसराइल मंसूरी सूचना व प्रसारण मंत्री हैं।
मुख्य सचिव आमिर सुबहानी भी मुख्यमंत्री के साथ थे उन्हें इस बात की जानकारी थी कि मंदिर में मुस्लिम का प्रवेश नहीं है तो वे बाहर ही रुक गए लेकिन इसराइल मंसूरी नीतीश कुमार के साथ गर्भगृह तक पहुंच गए किसी ने न तो उन्हें किसी ने बताया और न ही उन्हें रोका गया, यही नहीं प्रभारी मंत्री यही नहीं रुके बल्कि उन्हें खुद रुक जाना चाहिए था यहां तक कि चंदन सिंह ने भी उन्हें ऐसा करने से मना नहीं किया जबकि उनका मंदिर क्षेत्र में ही पैतृक घर है वह धार्मिक न्यास बोर्ड के सदस्य भी हैं।
मुख्यमंत्री भगवान विष्णु की पूजा अर्चना में जुटे रहे और इसराइल मंसूरी उनके पीछे हाथ पर हाथ रखकर खड़े रहे पूजा के बाद मुख्यमंत्री रबड़ डैम के निरीक्षण के लिए निकल गए और मीटिंग के बाद पटना के लिए रवाना हो गए लेकिन जैसे ही मुख्यमंत्री पूजा करके मंदिर से निकले सोशल मीडिया पर फोटो वायरल हो गई जिस फोटो को वायरल किया गया है उसमें इसराइल मंसूरी साफ दिख रहे हैं यह बात धीरे-धीरे कानों-कान देर शाम पंडा समाज तक पहुंच गई और अब मामला तूल पकड़ने लगा है।
विष्णुपद मंदिर के प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष शंभू लाल बिठ्ठल ने बताया कि यह गलत हुआ है परंपरा को तोड़ा गया है मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी कह रहे हैं कि उनके लिए सौभाग्य की बात है लेकिन यह पूरी तरह से गलत हुआ है अब ऐसा जानबूझकर किया गया है या अनजाने में हुआ यह कमेटी जांच करेगी, बिहार सरकार से ऐसे मंत्री को बर्खास्त किया जाए अगर ऐसा नहीं होता है बिहार सरकार की कमी होगी।
सदियों की परंपरा तोड़े जाने का हवाला देते हुए पंडा समाज मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के समक्ष अपनी बात पूरी तल्खी के साथ रखी, आनन-फानन में मंदिर के गर्भगृह को गंगाजल से शुद्ध कराया गया साथ ही मंदिर परिसर की साफ सफाई कराई गई इसके बाद विधिवत भोग लगाया गया, मंदिर में मुस्लिम के प्रवेश को लेकर पंडा समाज बुरी तरह से व्यथित हैं मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष का कहना है कि इससे हमारी भावना को ठेस पहुंची है।







