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इसी क्रम में रूपौ थाना क्षेत्र के सिंघना गांव के शिव मंदिर में हवन कर इनलोगों का शुद्धिकरण किया गया एवं घर वापसी करायी गयी। बजरंग दल, विहिप, वेद प्रचारक दल सहित अन्य हिन्दू संगठन एवं ग्रामीणों की मौजूदगी में बड़े पैमाने पर हवन किया गया। जिसमें ग्रामीण भी शामिल हुए। स्वामी सर्वानंद शिष्य वेद प्रचार मंडल बिहार के अध्यक्ष देवेंद्र शास्त्री की मौजूदगी में दलित परिवारों ने बताया कि उन्हें बहला-फुसला कर एवं प्रलोभन देकर ईसाई धर्म मानने को तैयार किया गया। उनसे कहा गया कि ईसाई धर्म मानने से उन्हें काफी लाभ होगा। जीवन में सभी रोग और कष्ट दूर हो जायेंगे। झाड़-फूंक से सभी बीमारी का इलाज कर दिया जायेगा। इसके बाद उन लोगों ने ईसाई धर्म मानना शुरू कर दिया। मगर जब हमें यह पता चला कि हमारे साथ छलावा किया गया है, तो हमलोगों ने घर वापसी का निर्णय लिया है।
हमलोग सनातनी थे और सनातनी होकर ही जीवन व्यतीत करेंगे। आपको बता दे की कुछ दिन पूर्व विश्व हिंदू परिषद बजरंगदल के जिला संयोजक अनीश कुमार, छत्रपति शिवाजी के जितेंद्र प्रताप उर्फ जीतू समेत दर्जनों सनातनियों ने सिंघना गांव में धर्मांतरण के खिलाफ बैठक किया था और धर्म परिवर्तन करने वाले दलित परिवारों के साथ बातचीत की। इसके बाद धर्म परिवर्तन करने वाले सभी दलित परिवारों ने स्वेच्छा से घर वापसी का निर्णय लिया। स्वामी सर्वानंद शिष्य वेद प्रचार मंडल द्वारा सिंघना में घर वापसी करने वाले दलित परिवारों का वैदिक हवन यज्ञ के द्वारा शुद्धिकरण किया गया। पूरा कार्यक्रम मंगलवार को आयोजन किया गया था।