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फोर्टीफाइड चावल को आम चावल मिलाकर खाया जाता है यह चावल देखने में बिल्कुल आम चावल की तरह ही लगते हैं इनका स्वाद भी बेहतर होता है भारत के फूड सेफ्टी रेग्युलेटर एफएसएसएआई के मुताबिक चावल खाने से भोजन में पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है और स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
फोर्टीफाइड चावलों को भी मिलो में तैयार किया जाता है इस दौरान इसमें सूक्ष्म पोषक तत्व विटामिन और खनिजों की मात्रा को कृत्रिम तरीके से बढ़ाया जाता है इसके लिए कोटिंग, डस्टिंग और एक्सट्रूजन जैसी तकनीकों में लाई जाती है, पहले सूखे चावल को पीसकर आटा बना जाता है फिर उसमें सूक्ष्म पोषक तत्व मिलाए जाते हैं, पानी के साथ इन्हें अच्छे से मिक्स किया जाता है फिर मशीनों की मदद से सुखाकर इस मिक्स्चर को चावल का आकार दिया जाता है, जिसे फोर्टिफाइड राइस कर्नेल एफआरके कहा जाता है।
जब चावल तैयार हो जाता है तो तैयार होने के बाद उन्हें आम चालू मिला दिया जाता है एफआरके को मिलाने का जो अनुपात 1:100 है, इस बार सीएमआर चावल दो से तीन दिनों के अंदर जमा होने की संभावना है और सीएमआर चावल जब लाभुकों के पास आएंगे तो लाभुक भी गुणवत्तापूर्ण और विटामिन युक्त चावल खा सकेंगे।