Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के हजरा पुल के समीप मैजिक वाहन पर सवार होकर जा रहे चांद के एक व्यक्ति को वाहन रुकवाते हुए वाहन से खींचकर बीच सड़क पर जमकर मारपीट करने का मामला सामने आया है जिसमें घायल व्यक्ति मौके पर ही अचेत हो गए , घायल व्यक्ति की पहचान सत्येंद्र सिंह पिता गोपाल सिंह चांद थाना क्षेत्र के चांद बाजार निवासी के रूप में हुई है।
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मारपीट से संबंधित स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक चांद थाना क्षेत्र के चांद बाजार के निवासी सतेंद्र सिंह जो कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार में सदस्य हैं भभुआ अपने किसी निजी कार्य से मैजिक वाहन पर सवार होकर जा रहे थे चैनपुर थाना क्षेत्र के हजरा पुल के समीप कुछ बदमाशों के द्वारा मैजिक वाहन रुकवाकर वाहन में बैठे सत्येंद्र सिंह को जबरन बाहर खींचकर मारपीट की जाने लगी मारपीट के दौरान सतेंद्र सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए और बीच सड़क पर ही बेहोश हो गए।
बताया जा रहा है जिस दौरान मारपीट हो रही थी उस दौरान चांद पुलिस भभुआ की तरफ जा रही थी पुलिस वाहन को देखकर बदमाश मौके पर से भाग निकले भागने के क्रम में एक बाइक भी छूट गया जिसे चैनपुर थाने में रखा गया है, वाहन में कुछ लोग ऐसे भी सवार थे जो सतेन्द्र सिंह को निजी रूप से जानते थे, उनके द्वारा फोन के माध्यम से घटना की सूचना परिजनों को दी गई और तत्काल चैनपुर सीएचसी में इलाज के लिए ले जाया गया, अचेत अवस्था में रहने के कारण चिकित्सकों के द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया, वहीं घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे परिजनों के द्वारा घायल सतेन्द्र सिंह को भभुआ सदर अस्पताल ले जाया गया जहां उनका इलाज किया गया है।
मारपीट की घटना से संबंधित जानकारी देते हुए घायल सतेंद्र सिंह के द्वारा बताया गया चांद बीडीओ शशि भूषण साहू एवं आवास सहायक मोहन यादव नाम के व्यक्ति के साथ उनका विवाद चल रहा है, आवास योजना में भ्रष्टाचार को लेकर जिसका मुख्य कारण है सूचना के अधिकार के तहत इनके द्वारा कुछ जानकारियां मांगी गई थी, उसी को लेकर बदमाशों के भेजकर बीडीओ के द्वारा मारपीट करवाई गई है।
इस मामले से संबंधित फोन के माध्यम से चांद बीडीओ शशि भूषण साहू से जानकारी लिए तो उनके द्वारा बताया गया जिनके द्वारा मारपीट करवाने का आरोप लगाया जा रहा है, उस व्यक्ति को वह जानते तक नहीं मारपीट किसके द्वारा की गई है, क्यों कि गई है, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है, आरोप निराधार है।