Bihar, अररिया: दस वर्षीय बेटी की निर्मम हत्या के तीन साल पुराने मामले में अररिया न्याय मंडल के एडीजे-4 रवि कुमार की अदालत ने गुरुवार को आरोपी मां को मृत्युदंड की सजा सुनाई है। अदालत ने इसे रेयर ऑफ द रेयरेस्ट मामला मानते हुए घटना को अत्यंत क्रूर और मानवता को शर्मसार करने वाला करार दिया।
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नरपतगंज थाना क्षेत्र के रामघाट कोशिकापुर निवासी 35 वर्षीय पूनम देवी पर आरोप था कि उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर साजिश के तहत अपनी ही 10 वर्षीय बेटी शिवानी की हत्या कर दी थी। आरोप के अनुसार पूनम देवी और उसके प्रेमी ने पहले बच्ची को कीटनाशक दवा पिलाकर बेहोश किया, जिसके बाद चाकू से गोदकर उसकी हत्या की गई।
अदालत ने कहा कि अपनी वासना की पूर्ति के लिए एक मां द्वारा अपनी ही बेटी की हत्या करना समाज और मातृत्व दोनों के लिए कलंक है। न्यायाधीश ने मामले की गंभीरता और क्रूरता को देखते हुए पूनम देवी को फांसी की सजा सुनाते हुए आदेश दिया कि “उसे गर्दन में फांसी लगाकर तब तक लटकाया जाए, जब तक उसकी मृत्यु न हो जाए।”
यह मामला पुलिस और अभियोजन पक्ष के लिए भी महत्वपूर्ण था, क्योंकि अदालत ने सभी साक्ष्यों और परिस्थितियों को अपराध सिद्ध करने के लिए पर्याप्त माना।



