Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
वही जानकारी लेने पर आरोपित के घर पहुंचे पीड़ित लड्डू राम ने बताया कि उमेश यादव डेढ़ दशक तक गांव गांव में घूम-घूम कर सूद पर पैसा लगाता था। इस दौरान उसका सैकड़ों लोगों से बेहतर संबंध हो गया था। हाल के वर्षों में उसने प्राइवेट बैंक से ग्रुप लोन दिलाने का काम शुरू किया। खास कर भोली भाली महिलाओं को मोटी रकम लोन दिला कर उससे आधा रकम ले लेता था। वह कहता था कि जो रकम उसने लिया है, उसका चुकता वह बैंक को सूद समेत कर देगा। ऐसा करते हुए उसने करीब एक सौ से अधिक लोगों काे लोन दिला कर अपने मन मुताबिक रकम ले लिया और किस्त का भुगतान नहीं किया। जब बैंक के कर्मी द्वारा लोन लेने वाले लोगों से तगादा किया जाने लगा तब सारा मामला सामने आया। पीड़ितों में केनर थाना क्षेत्र के झुन्नी की महिला हसीना खातून ने बताया कि उससे 1.35 लाख रुपये लोन की राशि हड़प लिया है।
वहीं झुन्नी की महिला शमसा खातून के 2 लाख रुपये, बीबी हसीना के 1 लाख, ललिता देवी के 2.50 लाख, वनभाग के रामटोला के लड्डू राम के 1 लाख, देवनंदन यादव के 1लाख एवं उनके पुत्र वधू के 3 लाख, जुबेदा खातून एवं निशा खातून के 1 लाख रुपये ठगी करने का आरोप है। वहीं केनगर प्रखंड अंतर्गत झुंनी इस्तेम्बरार पंचायत के वार्ड संख्या 10 और 11 की 100 से ज्यादा महिलाओं के साथ लोन के नाम पर ठगी हुई है। अब जब किस्त भरने का समय आया तो उमेश यादव गायब हो गया। उसका मोबाइल बंद है। बैंक की तरफ से किस्त वसूली का दबाव बढ़ गया है। महिलाएं परेशान हैं। उन्हें डर है कि अगर समय पर किस्त नहीं दी गई तो बैंककर्मी घर आकर बैठ जाएंगे। पंचायत के उप सरपंच मु. शौकत ने बताया कि पूरे पंचायत से महिलाओं को लोन दिलवाकर करोड़ों रुपये का गबन किया गया है। अगर महिलाओं का पैसा वापस नहीं मिला तो आंदोलन करेंगे। फिलहाल आरोपित उमेश यादव घर बंद कर फरार हो गया है। वही थानाध्यक्ष सुरज प्रसाद के अनुसार अब तक पीड़ितों द्वारा थाना में आवेदन नहीं दिया गया है। आवेदन मिलने के बाद जांच पड़ताल कर कार्रवाई की जायेगी