Long absconding liquor mafia Gajendra Sahni was arrested by the police after raiding
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पुलिस को शराब माफिया गजेंद्र सहनी की लंबे समय से तलाश थी, वह चंपारण के इलाकों में छिपकर रहता था और चंपारण से ही शिवहर के इलाके में शराब का अवैध कारोबार करता था, उसके द्वारा पूरे जिले में अवैध शराब धंधे का रैकेट चलाया जा रहा था, उसकी तलाश ना केवल शिवहर बल्कि पूर्वी चंपारण की पुलिस भी कर रही थी।
वर्ष 2019 में तत्कालीन एसपी संतोष कुमार खुद पुलिस टीम के साथ उसकी गिरफ्तारी के लिए बीलवा घाट पहुंचे थे, जहां पुलिस के पहुँचते ही उसके गिरोह के सदस्यों के द्वारा अंधाधुंध फायरिंग की जाने लगी, जिस वजह से पुलिस को पीछे हटना पड़ा था, इस मामले को लेकर पिपराही थाने में उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट की भी प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
वही इस घटना के बाद कई बार वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था, इसी साल 3 फरवरी और 22 जून को उसके ठिकाने पर छापेमारी कर शराब जब्त किया गया था, लेकिन वह इन सभी छापेमारी के दौरान भाग निकाला था, जिसके बाद एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय के नेतृत्व में पिपराही थाने की पुलिस ने बेलवा नरकटिया गांव में छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
गजेंद्र साहनी के खिलाफ पिपराही थाने में दो अलग-अलग मामले दर्ज हैं, लंबे समय से वह बेलवा नरकटिया स्थित बागमती दियारे से शराब के धंधे का संचालन करता था, लंबे समय से उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगी हुई थी आखिरकार पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर उसे गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।