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खासकर लोजपा उम्मीदवार रविशंकर पासवान की उम्मीदवारी एनडीए उम्मीदवार के लिए परेशानी कारण बन सकती है रविशंकर पासवान स्थानीय संसद छेदी पासवान के पुत्र हैं, पासवान समाज लोजपा का कैडर वोट माना जाता रहा है और छेदी पासवान का भी इस समाज में असर है ऐसा माना जा रहा है की लोजपा उम्मीदवार दलित वोट काट सकते हैं इसे देखते हुए भाजपा नेता संतोष सिंह की पार्टी भी लोजपा उम्मीदवार को लेकर गंभीर है और पुरी कोशिश है की पिछले बार मिले वोट में कमी ना हो।
ऐसे में बीजेपी ने राज्य के पीएचईडी मंत्री रामप्रीत पासवान को रोहतास सह कैमूर विधान परिषद चुनाव का प्रभारी मंत्री बनाया है, प्रभारी मंत्री की सूची 18 मार्च को जारी कर दी गई थी परंतु रामप्रीत पासवान पहले से ही सक्रिय हो गए थे, फिर एनडीए उम्मीदवार के नामांकन में भी शामिल हुए थे और जनसभा को संबोधित किया था इसके बाद से लगातार क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान में लगे हुए हैं।
भाजपा सांसद छेदी के परिवार के कुछ सदस्य लोजपा में पूर्व से ही सक्रिय रहे है उनका भतीजा शेखर पासवान 2020 के विधानसभा चुनाव में चेनारी सुरक्षित क्षेत्र से लोजपा उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरा था इस दौरान उन्हें अच्छे वोट मिले थे, ऐसे में अब संसद के बेटे भी लोजपा से एमएलसी उम्मीदवार हैं, इसे देखते हुए भाजपा ने भी अपने एक मंत्री को चुनाव प्रभारी बना दिया है जो पासवान वोटों पर पकड़ रखते हैं।