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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने द्रौपति मुर्मू राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाए जाने पर ट्वीट करते हुए लिखा कि श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाना खुशी की बात है एक आदिवासी महिला को देश के सर्वोच्च पद के उम्मीदवार बनाया जाना अत्यंत प्रशंसा की बात है, बता दें कि द्रौपति मुर्मू उड़ीसा सरकार में मंत्री तथा इसके पश्चात झारखंड की राज्यपाल भी रह चुकी है कल प्रधानमंत्री जी से बात कर इसकी जानकारी दी थी कि श्रीमती द्रौपति मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जा रहा है प्रधानमंत्री जी को इसके लिए हृदय से धन्यवाद।
इससे पहले भी ललन सिंह ने समर्थन का ऐलान किया था उनका कहना है कि राष्ट्रपति के चुनाव में गरीब परिवार में जन्म एक आदिवासी महिला श्रीमती द्रौपदी मुर्मू उम्मीदवार है बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिला सशक्तिकरण एवं समाज के शोषित वर्गों के प्रति समर्पित रहे हैं, जनता दल यूनाइटेड श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी की उम्मीदवारी का स्वागत एवं समर्थन करता है और राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने पर हार्दिक शुभकामनाएं।
बताते चलें कि जदयू का पुराना रिकॉर्ड रह रहा है कि जिस गठबंधन के साथ रह रहे हैं राष्ट्रपति चुनाव में गठबंधन को उन्होंने समर्थन नहीं किया है, भारतीय जनता पार्टी में द्रौपदी मुर्मू को भी उम्मीदवार बनाकर ऐसा दांव खेला है जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास अब गठबंधन के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था, नीतीश कुमार जिस गठबंधन के साथ रहते हैं उसे गठबंधन के उम्मीदवार को राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन नहीं दिया है।
नीतीश कुमार जब एनडीए के साथ थे तब उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी का समर्थन किया था बीजेपी नेता पीए संगमा को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया था यही बात 2017 में भी देखने को मिली थी जब नीतीश कुमार गठबंधन के मुख्यमंत्री थे और उन्होंने बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद का समर्थन किया था।