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मामले के सम्बन्ध में प्राप्त जानकारी के अनुसार देर रात्रि मां-बेटी किसी काम से घर के बाहर थीं। उसी दौरान नकाब पहनकर आए बदमाशों ने अचानक उन पर चाकू, पेचकस, लोहे की रॉड और ईंट से हमला कर दिया। जिससे सावित्री देवी का पैर टूट गया और सिर पर गहरी चोट आई एवं उनकी मौत हो गई। वही हमले की चीख-पुकार सुनते ही घर में मौजूद सावित्री देवी की बहू बच्चों को लेकर अंदर के कमरे में बंद हो गई और शोर मचाया। शोरगुल सुनते ही आरोपित भाग निकले। जिसके बाद बहू ने तुरंत बाहर जाकर परिजनों को घटना की सुचना दी।
परिजनों का कहना है कि हमलावरों ने चेहरा पूरी तरह ढक रखा था, इसलिए किसी की पहचान नहीं हो सकी। साथ ही परिजनों ने किसी से भी दुश्मनी होने से इनकार किया है, जिससे हमले का कारण अभी तक साफ नहीं हो पाया है। घटना से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने रविवार सुबह सावित्री देवी का शव लेकर समाहरणालय के पास मुख्य सड़क जाम कर दिया। लोगों की मांग है कि नकाबपोश अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। इस सम्बन्ध में डीएसपी हुलास कुमार ने जानकारी देते हुए बताया की चार अज्ञात अपराधियों ने घर में घुसकर मां-बेटी पर वार किया था। माँ की मौत हो चुकी है और पुलिस पूरी घटना की जांच में जुटी है।




