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यह आलम बिहार में पिछले चार-पांच महीनों से देख रहे हैं बिहार में कानून की स्थिति बिगड़ती जा रही है महागठबंधन बना था तब से लोगों के मन में आंशका है कि कानून व्यवस्था बिहार में बिगड़ेगी, कानून व्यवस्था की स्थिति महागठबंधन से पहले भी अच्छी नहीं थी दूसरा कारण यह है कि जो यहां का गृह विभाग है, वो मुख्यमंत्री के अधीन है कहीं न कहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का फोकस शासन-प्रशासन व्यवस्था पर नहीं है सीएम अपनी राजनीतिक मजबूरियों के कारण लाभ में पड़े हुए हैं कभी भागकर इधर, तो कभी पलटकर उधर।
वही बिहार में कानून व्यवस्था बिगड़ने का दूसरा कारण शराबबंदी का कानून है सरकार के द्वारा यह शराबबंदी कानून लागू किया गया इसे लागू करने से सिर्फ शराब की दुकानें बंद हुई है लेकिन घर-घर शराब बिक रहे हैं प्रशासन की प्राथमिकता शराबबंदी हो गई है शराबबंदी लागू करो, शराब हटाओ, शराबबंदी से कमाओ, शराबबंदी को छुपाओ, जब प्रशासनिक व्यवस्था का पूरा ध्यान शराबबंदी पर ही लगा रहेगा, तो सामान्य कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ेगी ही।