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आवेदन में दैनिक वेतनभोगी कर्मियों के भुगतान, स्टेशनरी की खरीदारी, गोपनीय प्रिंटिंग प्रेस से बिना निविदा व एकरारनामा के प्रश्नपत्रों की छपाई और क्रय समिति का अनुमोदन प्राप्त नहीं होने समेत अन्य मामलों को आधार बनाया गया है, बताया जा रहा है कि शिक्षा विभाग ने 27 सितंबर को BRABU के रजिस्ट्रार को अनियमितता में दोषी पाए जाने वालों पर प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया था, बावजूद इसके मामले पर कोई कदम नहीं उठाया गया, RDDE ने कहा कि वरीय अधिकारियों के आदेश के आधार पर प्राथमिकी कराई गई है, इस मामले में विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष अरशद नुमानी जांच करेंगे।
विवि के अधिकारियों पर प्राथमिकी के बाद इसका चौतरफा विरोध शुरू हो गया है, शिक्षक से लेकर कर्मचारी सभी इस फैसले के विरोध कर रहे हैं, परीक्षा से लेकर मूल्यांकन कार्य, पठन पाठन से लेकरकामकाज तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है इसके साथ ही गेस्ट फैकल्टी के चयन के लिए चल रही इंटरव्यू प्रक्रिया भी रुक गई है वही विश्वविद्यालय बंदी के बाद कई बच्चे वापस लौट गए।
वही कुलपति ने कहा की वे बेल नही लेंगे, इसके लिए चाहे जो है न्यायिक प्रक्रिया से वे गुजरेंगे वहीं विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ और विश्वविद्यालय शिक्षक संघ का कहना है कि विश्वविद्यालय की मान सम्मान के साथ खिलवाड़ किया गया है विभाग माफी मांगे और एफआईआर वापस ले तभी वह काम पर लौटेंगे, फिलहाल विश्वविद्यालय के सभी परीक्षाओं को अनिश्चितकाल के लिए रद्द कर दिया गया है साथ ही गेस्ट टीचरों के इंटरव्यू जो आज से शुरू होने वाले थे उसे भी अनिश्चितकाल के लिए रद्द कर दिया गया है, कुलपति ने आरोप लगाया की पुलिस हॉस्टल में घुसकर छात्रों के साथ मारपीट की है हॉस्टल के अंदर दुर्व्यवहार किया गया है, रात भर परेशान छात्र रहे है।