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एनसीटीई ने कहा है कि सत्र समाप्ति के बाद से मान्यता समाप्त हो जाएगी, अगले सत्र से बीएड की मान्यता रद्द होने वाले कॉलेजों में एमडीडीएम कॉलेज ( 100 सीटें), वैशाली इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड टेक्नोलॉजी (200 सीटें), आरजी कॉलेज ऑफ एजुकेशन ( 100 सीटें) शामिल हैं, एसएम शोएब हाशमी एजुकेशनल ट्रस्ट में खेल का मैदान नहीं होने, बिहार बोर्ड की ओर से डीएलएड के लिए डी-एफलिएट किए जाने समेत अन्य मामलों में जवाब मांगा गया है, मामले को लेकर बीआरएबीयू के रजिस्ट्रार प्रो. आरके ठाकुर ने कहा कि उन्हें अभी इसकी जानकारी नहीं हुई है अगर ऐसा है तो एनसीटीई की गाइडलाइन का पालन होगा।
एनसीटीई के फाइनल शो-कॉज का जवाब नहीं मिला, इसलिए इन कॉलेजों के खिलाफ कार्रवाई हुई, एनसीटीई की ओर से एमडीडीएम समेत अन्य कॉलेजों को फाइनल शो-कॉज किया गया था, एमडीडीएम समेत अन्य कॉलेजों को फाइनल शो-कॉज किया गया था, कॉलेज की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया, एनसीटीई ने एमडीडीएम कॉलेज में बीएड के 9 शिक्षकों की शैक्षणिक अर्हता पर सवाल उठाते हुए उनकी जगह योग्य शिक्षकों की नियुक्ति किए जाने का निर्देश दिया था, इस आधार पर नियुक्ति प्रक्रिया के लिए विज्ञापन जारी किया गया, इसके विरुद्ध एमडीडीएम कॉलेज के बीएड शिक्षकों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी।
इस आधार पर हाईकोर्ट ने इन शिक्षकों को हटाने पर रोक लगा दी, वही विवि के स्तर से नए शिक्षकों की नियुक्ति के लिए सेलेक्शन कमेटी का गठन नहीं हुआ, नतीजतन नए शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो सकी और एनसीटीई के फाइनल शो कॉज का जवाब नहीं भेजा जा सका, अब इसके कारण एनसीटीई ने कॉलेजों पर कार्रवाई की है।