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सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इतनी सख्त तेवर आज तक पहले कभी नहीं देखा गया था यह मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि जदयू के प्रवक्ता अजय आलोक की ट्वीट से माहौल और गर्म हो गया है, अजय आलोक ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “छड़ी को उतना ही मोड़ना चाहिए जब तक वो टूटे ना, क्योंकि टूट गई तो कहानी ख़त्म और मोड़ने के चक्कर में हाथ से फिसल गई तो खुद को बहुत ज़ोर से चोट लगती है, शत्रुओं को मौका मत दे आत्मविश्वास अच्छी चीज है, अति आत्मविश्वास विनाश का परिचायक है।“
जदयू के प्रवक्ता ने सहयोगी बीजेपी पर बेहद तल्ख शब्दों का प्रयोग किया है इस मामले की आग ठंडी भी नहीं हुई थी कि अचानक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लॉ एंड ऑर्डर को लेकर समीक्षा बैठक बुला ली अधिकारियों से फीडबैक लेने के बाद उन्हें कानून व्यवस्था पर कड़ाई से पालन करने का निर्देश देते हुए सीएम नीतीश कुमार राजभवन जाने के लिए निकल पड़े।
मुख्यमंत्री का यूं अचानक राजभवन पहुंचने से बिहार की सियासत में हलचल हो गई कई तरह के कयास लगाए जाने लगे, बदले सियासी माहौल में मुख्यमंत्री को लेकर कई तरह के सवाल घूमने लगे मंत्रियों से लेकर विधायक यह जाने का प्रयास कर रहे थे कि आखिर मामला क्या है।
राज्यपाल से मिलने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजभवन से निकले अंदर क्या बात हुई है कोई नहीं जानता था लेकिन मुलाकात को लेकर जो बात सामने आई है उससे एनडीए के नेताओं ने राहत की सांस ली है जब उन्हें पता चला कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्यपाल फागू चौहान के एक पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राजभवन गए थे।