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घटना के संबंध में जानकारी देते हुए कैमूर एसपी ललित मोहन शर्मा ने प्रेसवार्ता करते हुए बताया की पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि सोनहन थाना क्षेत्र के अमाढ़ी गांव में देसी पिस्टल बनाने का काम चल रहा है, इसके बाद मेरे निर्देश पर पुलिस की एक टीम गठित कर रात्रि में अमाढ़ी केशोनाथ राम पिता टेंगरी राम के मड़ई पर छापामारी किया गया जहां से 1 पिस्टल 27 पीस खोखा एवं हथियार निर्माण में उपयोग की जाने वाले अन्य अवैध सामग्री बरामद की गई है।
वही गिरफ्तार केशोनाथ से पूछताछ की गई तो उसके द्वारा बताया गया कि वह अपने पुत्र कुबेर राम, पिंटू राम, छोटे राम के साथ मिलकर हथियार बनाकर बेचने की योजना बनाया तथा एक कारीगर जिसका नाम मुखलाल मिस्त्री पिता स्वर्गीय कारू मिस्त्री जो पटना जिला के कादिरगंज थाना क्षेत्र के मनकी गांव निवासी को हथियार बनाने के लिए अपने यहां बुलाए थे। जिसे हथियार बनाने के ऐवज में 1 पिस्टल पर 3 हजार एवं 1 देशी राइफल पर 5 हजार मजदूरी देने की बात हुई थी।
फिलहाल पुलिस के अनुसंधान में यह बात सामने आया है कि यह कार्य लगभग 10 दिनों से चल रहा था और कई हथियार भी बनाकर बेचा जा चुका है, जिसे लेकर पुलिस आगे जांच में जुटी है। इसके साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि पटना में इस कारीगर का क्या इतिहास रहा है, यह लोग कब से और कहां-कहां हथियार बनाने और बेचने का काम कर रहे थे। फिलहाल पुलिस सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दी है।