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घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के आधा दर्जन थानों के थानाध्यक्ष को तत्काल पुलिस बलों के साथ एसएसपी आनंद कुमार ने मौके पर भेजा, दंगा नियंत्रण बल ने भी मोर्चा संभाल लिया, एसडीओ धनंजय कुमार, डीएसपी समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंच दोनों पक्षों के प्रबुद्ध लोगों की बैठक करा शांति वार्ता कराने लगे, भारी पुलिस बलों के सहयोग से स्थिति को नियंत्रण में ले लिया गया लेकिन तनाव बरकरार बताया जा रहा है, जिसे शांति समिति की बैठक कर पाटने की कोशिश की जा रही है।
दरअसल विवाद स्थानीय मुहम्मद राजा और भूषण यादव में शनिवार की सुबह पेट्रोल पंप के समीप इसबात की शर्त लग गई थी कि उठा-पटक में यदि भूषण जीत जाएगा तो वह अपनी टायर की दुकान उसे दे देगा, हारने पर भूषण अपनी बाइक देने की बात कही थी, दोनों में जब उठा-पटक हुई तो पटका खा गए राजा और भूषण के सिर में चोट लग गई जिसपर गाली-गलौज शुरू हो गया राजा अपने टोले से कुछ लड़कों को बुला लिया, भूषण की लड़के पिटाई करने लगे जिसके बाद यादव टोले से भी लोग जमा हो गए और राजा को पीट दिया, जिस दौरान औरं बात बढ़ गई और जमकर दोनों समुदायों में पथराव होने लगा।
दोनों पक्षों से लाठी-डंडे भी चली, तलवारें भी निकली। गोलीबारी की संभावना बनने लगी थी लेकिन तब तक जिला मुख्यालय से भारी पुलिस बलों के आ जाने पर दोनों समुदायों के हिंसा पर उतारू भीड़ भाग कर टोले में छिप गईं, पूर्व में भी मामूली विवाद में दोनों समुदायों में होली, सरस्वती पूजा और रामनवमी में झड़प और तनातनी हो चुकी है, हालांकि हर बार दोनों समुदायों के प्रबुद्ध लोगों ने बैठक-वार्ता कर आपसी भाईचारा कायम भी करते रहे हैं।