Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत नगर पंचायत हाटा में स्थित मां काली के मंदिर में सोमवार की रात चैत्र नवरात्रि के सप्तमी के तिथि को भारी संख्या में माता की पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालु की भीड़ जुटी।
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ज्ञात हो की नगर पंचायत हाटा के गवई में स्थित मां काली मंदिर में प्रत्येक वर्ष चैत्र नवरात्रि के सप्तमी की रात मां काली की पूजा अर्चना होती है जहां हाटा के ग्रामीण सहित आसपास के गांव से काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंच कर दर्शन पूजन करते हैं, काफी बड़े मेले का भी आयोजन होता है जहां खाने-पीने की वस्तुएं सहित पूजा पाठ आदि की दुकान सजती हैं हालांकि पूजा अर्चना का कार्य शाम के पहर से शुरू हो जाता है जो मध्य रात्रि तक चलता रहता है।
इससे जुड़ी जानकारी देते हुए नगर पंचायत हाटा के अध्यक्ष रमेश कुमार जायसवाल जिनके द्वारा मंदिर की विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए भी काफी सहयोग किया जाता है, उन्होंने जानकारी देते हुए बताया नगर पंचायत हाटा गवई में स्थित मां काली की मंदिर में सप्तमी की रात पूजन की परंपरा लंबे समय से चली आ रही है, इस पूजन के लिए नगर पंचायत हाटा के सभी घरों से दान लिया जाता है और सामूहिक रूप से मां काली की पूजा होती है।
शाम के पहर से ही पूजा अर्चना और शुरू होती है जो मध्य रात्रि तक चलती रहती है श्रद्धालुओं का दर्शन पूजन के बाद मां काली की विशेष पूजा अर्चना होती है जिसमें बकरे की बलि भी चढ़ती है, इस दौरान मेले का भी भव्य आयोजन होता है, लंबे समय से परंपरा चली आ रही है की सप्तमी की रात मां काली स्थल पर लगाया गया मेला दूसरे दिन अष्टमी की तिथि को मदुरना स्थित मां चंडेश्वरी धाम में लगाया जाता है वहां अष्टमी एवं नवमी की तिथि को मां की पूजा अर्चना होती है और 2 दिनों तक वहां मेले का आयोजन होता है, स्थानीय ग्रामीण सहित आसपास के गांव में हाटा में स्थित मां काली के प्रति काफी आस्था है।