Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
दरअसल मृत महिला सिपाही कविता जिले के ब्रह्मपुरा थाने में तैनात थी वह 96 लाख लूट के केस के जांच के सिलसिले में टीम के साथ पुणे गई थी, उसके साथ दरोगा ओम प्रकाश समेत चार पुलिस जवान थे जिसकी पुणे के होटल में संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई थी उसका शव पंखे से लटकता मिला था, कविता के पति भूपेंद्र कुमार को पुणे से फोन पर पत्नी की मौत की जानकारी दी गई जिसके बाद पति और उसके पिता बृजेश कुमार पुणे पहुंचे तब तक होटल से लाश को निकाला जा चुका था और कागजी प्रक्रिया पूरी हो गई थी, सोमवार की देर शाम तक लाश को लेकर परिजन मुजफ्फरपुर स्थित पुलिस लाइन पहुंचे जहां उसे श्रद्धांजलि दी गई, इस दौरान SSP जयंतकांत, टाउन DSP रामनरेश पासवान समेत तमाम पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहे।
मृत महिला पुलिस के पति ने इस मामले में कई सवाल उठाए हैं पति ने बताया कि वह डेढ़ महीने की प्रेग्नेंट थी और कई दिनों से बीमार थी बावजूद इसके उसे ड्यूटी पर जबरन कमान काट कर भेज दिया गया यह सरासर अन्याय है, घटना के पहले उसकी पत्नी से करीब 1 घंटे तक बात हुई थी उसने कहा था कि वह बीमार है उसे खाना भी नहीं दिया जा रहा है, रहने की व्यवस्था बढ़िया नहीं है वह अकेली महिला सिपाही है और चार पुरुष पदाधिकारी इस कारण वह और भी असहज महसूस कर रही है, हालांकि पति ने उसे समझाकर किसी तरह तसल्ली दी लेकिन यह बात उन्हें भी खटक रही थी कि आखिर एक बीमार महिला और उसमें भी प्रेग्नेंट को जबरन ड्यूटी पर भेजा गया।
अगले दिन वहां से कॉल आया कि उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है यह बात परिजनों को हजम नहीं हुई जब कोई विवाद ही नहीं था तो फिर वह क्यों सुसाइड करेगी मृतका के पिता बृजेश कुमार का कहना है कि हम लोगों को पहले शक था कि उसकी हत्या हुई है लेकिन यह तो जांच का विषय है हालांकि उनकी बातों से लग रहा है कि जैसे भी कुछ बोलना चाह रहे हैं और नहीं पा रहे हैं लेकिन बोलते बोलते उनकी जुबान से निकल गया कि वह मानसिक दबाव में थी हालांकि उन्होंने फिर दूसरी बात शुरू कर दी।
मृतका के पति का कहना है कि वह ऐसी नहीं थी कि सुसाइड कर लेगी फिर मुझे तस्वीर दिखाई गई है जिसे देखकर प्रतीत हुआ है कि उनकी पत्नी का पैर पलंग से बिल्कुल सटा हुआ है जब उन्होंने सवाल उठाया तो पुणे पुलिस ने दूसरे सुसाइड केस का फोटो दिखाया जिसमें एक व्यक्ति गले में फंदा बंधा हुआ था और फर्श पर घुटने का बल झुका हुआ था पुणे पुलिस ने कहा कि सभी सुसाइड केस में जरूरी नहीं है कि पैर ऊपर ही हो।
पति का कहना है कि किसी तरह उन लोगों को इधर उधर की फोटो दिखाकर कहानी सुना उलझा दिया गया ना वहां के पुलिस और न मुजफ्फरपुर की सहित पुलिस ने कोई सहयोग मिला, पुलिस लाइन में परिजन और महिला सिपाहियों के साथ हल्का विवाद भी हुआ वह इस पूरे मामले में कोई पुलिस पदाधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं पति का कहना है कि हम लोग के पहुंचने से पहले ही दरोगा ओमप्रकाश ने थाने में सुसाइड आवेदन दे दिया लाश का कोई वीडियो भी नहीं है।