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महिला सशक्तिकरण का संदेश लेकर साइकिल से घुमने निकली साइकिल गर्ल से मनचलों ने की छेड़खानी की कोशिश

Bihar: महिला सशक्तिकरण का संदेश लेकर साइकिल से घूमने निकली साइकिल गर्ल से मनचलों ने छेड़खानी की कोशिश की घटना दरभंगा एयरपोर्ट के पास शनिवार की शाम हुई जब वह साइकिल से दरभंगा के बाद मधुबनी की ओर जा रही थीं, स्कूटी सवार तीन लड़कों ने उसकी साइकिल में टक्कर मारा जिससे वह गिर गई हालांकि फिर वह लड़के वहां से चले गए वही साइकिल गर्ल खुद को संभालते हुए अपने जख्मों को परवाह किए बिना अपनी यात्रा पर आगे बढ़ गई।

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साइकिल गर्ल अपर्णा सिन्हा

दरअसल रविवार को सीतामढ़ी पहुंची इस साइकिल गर्ल में यह बातें खुद बताइ, इस साइकिल गर्ल का नाम अपर्णा सिन्हा है और वह नालंदा की रहने वाली है फिलहाल 17 जिलों की यात्रा करने के बाद वह सीतामढ़ी पहुंची और शिवहर के लिए निकल गई है, सीतामढ़ी पहुंची अर्पणा सिन्हा सिर्फ 20 साल की उम्र में साइकिल से पूरी दुनिया नापने निकली है सीतामढ़ी में उनका स्वागत डीएसपी सुबोध कुमार के अलावा अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं ने किया जिसके बाद उन्होंने जानकी स्थान और पुनौरा धाम में दर्शन किए।‌

पॉल्यूशन फ्री इंडिया के संदेश के साथ साइकिल गर्ल साइकिल से बिहार से केरल और नेपाल के दौरे पर जा चुकी है, बिहार से केरल तक 3306 मीटर की दूरी 28 दिनों में तय की गई थी इतना ही नहीं तो 9 मार्च को वह साइकिल से नेपाल गई थी साल 2011 से ही वह साइकिल से यात्रा कर रही है।

अपर्णा सिन्हा बीए की छात्रा है और अपनी इन योजनाओं की वजह से साइकिल गर्ल के नाम से चर्चित हो चुके हैं हालांकि वह शिक्षक बनकर लड़कियों को पढ़ाना चाहती हैं और समाज की लड़कियों के बीच नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देना चाहती हैं, उनके इस कार्य को देखते हुए उनके गांव और आसपास की कोई लड़कियां उनकी मुरीद हो गई है वह नालंदा के दीपनगर नेगी की रहने वाली है उनके पिता नंदकिशोर प्रसाद की मृत्यु हो चुकी है परिवार में मां के अलावा बड़े भाई हैं जो मेडिकल लैब टेक्नीशियन है और उनकी एक बड़ी बहन है जो बीएड कर रही हैं।

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