Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
पीड़िता ने बताया कि शाम को लगभग 7:30 बजे वह घर के बाहर बैठी थी तभी उनके भैंसुर एवं गोतनी आए और डायन कह कर गाली-गलौज करने लगे जब इनके द्वारा इसका विरोध किया गया तो दोनों ने लाठी और लोहे की रॉड से मारपीट की और जब इन्हें बचाने इनका छोटा बेटा आया तो दोनों ने उसकी भी पिटाई कर दी, जिसके बाद आसपास के लोग जुटे तो वे लोग भाग खड़े हुए।
जाते-जाते उन लोगों ने धमकी दी कि अगर थाना में केस को करोगी तो तुम्हारे साथ तुम्हारे बेटे को भी जान से मार देंगे, पीड़िता ने बताया कि उसके पति का लगभग 20 वर्ष पूर्व ही स्वर्गवास हो चुका है बड़ा बेटा बाहर रहकर मजदूरी करता है वही छोटे बेटे के साथ वह गांव में रहकर गुजर-बसर कर रही है।
पीड़िता के द्वारा बताया गया कि इससे पहले भी तीन बार डायन कह कर दोनों के द्वारा मारपीट की जा चुकी है इसको लेकर गांव के बुद्धिजीवियों ने पंचायत लगाकर भैंसुर एवं गोतनी को दंडित किया था, पीड़िता के द्वारा इसकी लिखित शिकायत थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर दरबारी चौधरी को दी है थानाध्यक्ष ने कहा कि पीड़िता के आवेदन के आधार पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।