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मनरेगा पदाधिकारी के उत्कृष्ट कार्यो से किसानों के खेतों तक पहुंचा पानी हुए सम्मानित

Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड मनरेगा पदाधिकारी को उत्कृष्ट कार्य के लिए कैमूर डीडीसी द्वारा गुरुवार की दोपहर अंग वस्त्र एवं फूलों का गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया है।

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आपको बताते चलें कि चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के रामगढ़ पंचायत के टेकूआ टाल से निकली गेहूवंवा नदी जो दुर्गावती नदी में जाकर मिलती है उस नदी में अत्यधिक मात्रा में झाड़ी, गाद आदि जमा हो जाने के कारण, पहाड़ की पानी हर तरफ फैल जाती थी कई खेतों में जरूर से अधिक पानी रहने के कारण बुवाई नहीं हो पाती थी तो कई खेत बंजार रह जाते थे, जिससे किसान काफी परेशान थे, उस नदी की सफाई मनरेगा के माध्यम से करवाई गई, जिसकी जांच भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय विभाग के जॉइंट सेक्रेटरी के द्वारा खुद से की गई थी और वह काफी संतुष्ट हुए थे।

इसके बाद चैनपुर प्रखंड मनरेगा पदाधिकारी जितेंद्र कुमार को पटना में प्रेजेंटेशन देने के लिए चयनित किया गया था, जहां उनके द्वारा दिए गए प्रेजेंटेशन से लोग कभी प्रभावित हुए, इसी उत्कृष्ट कार्य को लेकर प्रखंड मनरेगा पदाधिकारी चैनपुर एवं प्रभारी प्रखंड मनरेगा पदाधिकारी चांद जितेंद्र कुमार को गुरुवार कैमूर डीडीसी द्वारा सम्मानित कार्य किया गया है।
जानकारी देते हुए प्रखंड मनरेगा पदाधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया मनरेगा के माध्यम से गेहूवंवा नदी की कराई गई सफाई से कई स्तर पर कई लोगों को काफी लाभ हुआ है, प्रथम लाभ यह है कि गेहूवंवा नदी में बनाए गए चेक डैम पर अब पानी का ठहराव हो रहा है और उस पानी के ठहराव से चैनपुर के बढौना, मेढ़ एवं चांद प्रखंड के दुल्लही चौरी आदि गांव के किसानों के द्वारा डीजल पंप लगाकर अपने खेतों में सिंचाई की गई, इसके साथ ही जीविका से जुड़े लोगों को रोजगार भी मिला, नदी के किनारे किनारे काफी संख्या में पौधारोपण कार्य भी किया गया है।

दरअसल रामगढ़ के टेकुआ टाल जहां से गेहूवंवा नदी की शुरुआत होती है वह गाद एवं झाड़ियां से भरकर बिल्कुल खेत के बराबर तक समतल हो गई थी, उन झाड़ियां को कटवा कर मिट्टी की खुदाई करवाते हुए चैनपुर से लेकर चांद तक सफाई कराई गई और उस सफाई के बाद जो बनाएं गए चेक डैम थे वह भी कारगर हो गए और चेक डैम में पानी के ठहराव से किसानों को भी अच्छा लाभ हुआ, जिसकी जांच खुद जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार के जॉइंट सेक्रेटरी के द्वारा किया गया था, जांच में वह काफी संतुष्ट हुए थे।
इस उत्कृष्ट कार्य के प्रेजेंटेशन के लिए राज्य स्तर पर इनका चयन हुआ जहां इन्होंने प्रेजेंटेशन दिया प्रेजेंटेशन से लोग काफी प्रभावित हुए थे।

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