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दरअसल मगध यूनिवर्सिटी के कुलपति राजेंद्र प्रसाद के ऊपर निगरानी की स्पेशल विजिलेंस से यूनिट ने नकेल कसी है कुलपति के कई ठिकानों पर निगरानी की स्पेशल टीम ने एक साथ छापेमारी की है, निगरानी विभाग की इस कार्रवाई से मगध विश्वविद्यालय के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
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कुलपति के कई ठिकानों पर निगरानी की स्पेशल टीम ने एक साथ छापेमारी करने से पूर्व स्पेशल विजिलेंस कोर्ट ने कुलपति खिलाफ सर्च वारंट जारी किया था स्पेशल विजिलेंस की टीम यूनिट की निगाहें लंबे समय से कुलपति राजेंद्र प्रसाद पर थी, उनसे जुड़े साक्ष्य काफी समय से एकत्र कर रही थी।
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पुख्ता सबूत हाथ लगने के बाद मगध के कुलपति इनके सहायक सुबोध कुमार, मेसर्स पूर्वा ग्राफिक्स, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के वित्त पदाधिकारी ओम प्रकाश, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार जितेंद्र कुमार और अन्य अज्ञात के खिलाफ धारा 120 बी, 420 आईपीसी पीसी एक्ट 1988 और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है, विजिलेंस की स्पेशल टीम ने केस 16 नवंबर को दर्ज किए हैं।
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जानकारी के अनुसार सर्च ऑपरेशन की अनुमति मिलने के बाद विजिलेंस यूनिट की स्पेशल अलग-अलग टीमों ने एक साथ कुलपति राजेंद्र प्रसाद के ठिकाने पर धावा बोला और जांच शुरू की, मिली जानकारी के अनुसार मगध विश्वविद्यालय कुलपति राजेंद्र प्रसाद पर 20 करोड़ रुपए की सरकारी राशि गबन करने का आरोप है, इसके अलावा इन पर दूसरे भी कई आरोप है, छापेमारी फरवरी 2021 में दर्ज एक मामले के तहत की जा रही है जो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से दर्ज कराई गई थी।