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इसको लेकर भभुआ व्यवहार न्यायालय में सच परिवारवाद दाखिल कराया गया व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता प्रमोद कुमार तिवारी ने बताया कि रामचरितमानस हिंदू धर्म का संरक्षिका है, हिंदू धर्म के लोगों का काफी विश्वास और आस्था है रामचरितमानस पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करके इन्होंने हिंदू धर्म के प्रति नफरत फैलाने का काम किया है जिससे हिंदू धर्म को ठेस पहुंची है।
रघुवंश प्रसाद राम ने बताया सबसे पहले प्रभु श्री राम हिंदुओं के आस्था का केंद्र है, हम सेवरी वंशज से आते हैं जब हमारे सेवरी का जूठन खाए हैं प्रभु श्री राम, हमारे आस्था के साथ-साथ हमारे आराध्य हैं और उनके ऊपर जो वर्तमान में बिहार के शिक्षा मंत्री टिप्पणी किए हैं इससे हमारे 130 करोड़ हिंदुओं को आहत पहुंचा है, इसी को लेकर उनके ऊपर केस दायर किया गया है।
वहीं भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने बताया कि बिहार के शिक्षा मंत्री डॉ चंद्रशेखर के द्वारा रामचरितमानस पर सवाल उठाया गया है यह ग्रंथ नफरत फ़ैलाने वाली है ऐसा उन्होंने कहा उनका ये कहना बहुत गलत है क्योंकि रामचरितमानस जो है वह 100 करोड़ लोगों के आस्था का ग्रंथ है हिंदुओं का ग्रंथ है हम सभी उस पर विश्वास करते हैं, उन्होंने इस तरह का बात बोल कर 100 करोड़ हिंदुओं को ठेस पहुंचाया हैं।