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पुलिस ने अजय कुमार ठाकुर/शर्मा के पास से एक देशी कट्टा व तीन गोली बरामद की है जबकि सुशील मुखिया के घर से एक देशी कट्टा एवं दो कारतूस बरामद किया। घटना की जानकारी शनिवार को मधेपुर थाना पर झंझारपुर एसडीपीओ अशोक कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दिया उन्होंने बताया कि सुन्दर विराजित गांव निवासी सरोज कुमार यादव का अपने बड़े भाई के पत्नी के संग अवैध संबंध था। इस बात की भनक जब बड़े भाई विनोद कुमार यादव को लगा तो दोनों के बीच में अक्सर तकरार होने लगा। विनोद ने सरोज को गांव आने से मना कर दिया था। क्योंकि सरोज कुमार यादव मुंबई में रहता था। इसलिए वहीं से उन्होंने अपने बड़े भाई की हत्या का साजिश रची। उसने अपने एक पूर्व परिचित अजय कुमार ठाकुर से इस बाबत बात किया अजय ने डेढ़ लाख रुपए में काम हो जाने की बात कही। बात पक्की हो जाने पर सरोज ने पेशगी के तौर पर अजय को मोबाइल ऐप के माध्यम से 30 हजार रुपए एडवांस दे दिया। दिया जबकि 40 हजार विनोद की मौत के बाद भुगतान किया।
एसडीपीओ ने बताया कि सारा खुलासा तब हुआ जब पुलिस सरोज कुमार यादव को थाने लाकर गहराई से पूछताछ की। एसडीपीओ ने शुटर अजय कुमार ठाकुर/शर्मा के बाबत यह मधेपुर थाना के चौकीदार हीरा खां को गोली मारकर जख्मी करने में दर्ज प्राथमिकी 26/23 में भी शुटर की भूमिका निभाया था, जबकि भैरवस्थान थाना कांड संख्या 181/22 में भी शामिल था। बताते चलें विनोद यादव जिनकी पत्नी जविप्र की विक्रेता है, 17 अक्टूबर दिन के लगभग ढ़ाई बजे जब वह अपने बाइक से मधेपुर आ रहा था तभी, बाथ सिकरिया मुख्य पथ पर सिंधिया ईट भट्ठा के पास पीछे से एक बाइक पर सवार तीन व्यक्ति ने गोली मार दिया था। जिनका तीन दिन इलाज चलने के बाद मृत्यु हो गई। इस बाबत उनके भाई मनोज कुमार यादव ने 19 अक्टूबर को थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी। लेकिन बकौल पुलिस घटना के बाबत परिवार के तरफ से किसी प्रकार की न तो जानकारी दी जा रही थी न ही सहयोग किया जा रहा था। फिर एसपी सुशील कुमार द्वारा एसडीपीओ आशोक कुमार के नेतृत्व में एक जांच दल गठित किया गया। जहां पुलिस ने वैज्ञानिक एवं मानवीय एवं संसाधन के उपरांत यह सफलता प्राप्त की। पीसी में थानाध्यक्ष हरि किशोर यादव, एसआई फहीम खां, सिपाही नीतीश कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।