Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
न्यायालय ने केस रिकॉर्ड का अवलोकन करते हुए उसके विरूद्ध हत्या, जानलेवा हमला, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम में लगे आरोपों को देखते हुए उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है वहीं तातारपुर के प्रभारी थानाध्यक्ष धमाका कांड के जांच अधिकारी सुनील कुमार झा ने आजाद को रिमांड पर लेने की कवायद शुरू कर दी है अर्जी पर मंगलवार को सुनवाई होगी, वहीं पुलिस ने ब्लास्ट के मास्टरमाइंड को कड़ी सुरक्षा घेरे में न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
बताते चलें कि भागलपुर ब्लास्ट में पुलिस को छापेमारी के दौरान कई अहम सुराग मिले हैं एक के बाद एक कई घरों से विस्फोटक मिलने से पूरा इलाका संदिग्ध हो गया है इसके बाद पुलिस हर एंगल से इस घटना की जांच कर रही है, छापेमारी के दौरान बारूद से भरे प्रेशर कुकर के बरामद होने से मामला और भी गंभीर हो गया है।
बिहारी ही नहीं देश में भी प्रेशर कुकर से विस्फोट के कई बार मामला सामने आया है विशेषज्ञों का कहना है कि प्रेशर कुकर बम एक इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस है जो प्रेशर कुकर में विस्फोटक सामग्री डालने और प्रेशर कुकर के कवर में ब्लास्टिंग कैप लगाकर बनाया जाता है कई आतंकी हमलों में प्रेशर कुकर बमों का इस्तेमाल किया गया है, बिहार में भी ब्लास्ट हुए हैं और कुछ नाकाम हुए हैं, प्रेशर कुकर बम काफी शक्तिशाली होता है नेपाल में आंदोलन के दौरान माओवादी प्रेशर कुकर बम से विस्फोट कराते थे, प्रेशर कुकर बम बड़े हथियार के तौर पर नक्सली इस्तेमाल करते हैं।
भागलपुर ब्लास्ट में पहले तो पुलिस ने इसे अवैध रूप से चल रही पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट बताया था लेकिन घटना के 48 घंटे के बाद पुलिस को छापेमारी के दौरान जो सबूत मिले हैं उसके बाद यह साफ हो गया है कि कहीं ना कहीं भागलपुर के विस्फोट वाले इलाके का कनेक्शन राष्ट्र विरोधी गतिविधियों से जुड़ रहा है।
भागलपुर में हुआ ब्लास्ट समान्य पटाखों का नहीं था अगर समान्य होता तो ब्लास्ट वाले घर में और उसके आसपास के घरों में बारूद का जखीरा नहीं मिलता जिस तरह से बारूद का जखीरा मिल रहा है उसके बाद यह बताने के लिए काफी है कि मामला काफी गंभीर है, पुलिस प्रेशर कुकर बम का कनेक्शन खंगालने में जुटी है घटना के बाद पुलिस के रडार पर आसपास के इलाकों के साथ ही यहां से संपर्क रखने वालों पर भी नजर है।