Bihar: पटना में दो दिन पूर्व BPSC अभ्यर्थियों पर हुए पुलिस के द्वारा लाठी चार्ज मामले ने पूरी तरह से राजनितक तूल पकड़ लिया है। वही BPSC परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर अभी भी सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी पटना क़े गर्दनीबाग धरना स्थल पर बैठे हुए हैं। इसी बीच महागठबंधन में शामिल भाकपा माले ने सरकार को खुली चुनौती देते हुए गोपालगंज क़े भोरे में विरोध मार्च निकाला है। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता इंकलाबी नौजवान सभा के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र पासवान ने की।
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आगे जितेंद्र पासवान के द्वारा कहा गया कि जिस तरह से नीतीश की पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठी चलाने का काम किया है वह कहीं से भी न्याय संगत नहीं है। उन्होंने कहा लोकतंत्र में सबको अपने न्याय के लिए शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने का अधिकार है। किन्तु बिहार में डबल इंजन की सरकार ने आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों पर लाठी चलवा कर जनता के आवाज को दबाने की कोशिश की है। साथ ही नीतीश सरकार पर आरोप लगते हुए कहा की सरकार के गलत नीतियों के कारण ही अभ्यर्थी सोनू कुमार की मौत हुई है।
बिहार में दिखावे के लिए कुछ वैकेंसी आती है लेकिन, वो भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है। भ्रष्टाचार के खिलाफ बेरोजगार युवा आवाज उठाते हैं तो ये डबल इंजन की सरकार बलपूर्वक दमन करती है। इसको लेकर युवा अब हताश और निराश होकर आत्महत्या कर रहे है। आज मेरे साथी ने आत्म हत्या की है। बिहार सरकार उस परिवार को 10 लाख रुपया पहले मुआब्जा दे। साथ ही मैं इस डबल इंजन के सरकार को बता देना चाहता हूं कि अगर सरकार BPSC अभ्यर्थियों की मांग नहीं मानती हैं, तो माले पूरे बिहार बंद का अहवान करेगा।