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ट्रेन से शव न उतरते देख यात्री हंगामा करने लगे जिसके बाद आनन-फानन में शव को स्टेशन के प्लेटफार्म पर लाया गया जिसके बाद ट्रेन पटना के लिए रवाना हुई, जिसके बाद स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को इसकी सूचना दी गई जहां पर एंबुलेंस भेज कर मृतक को नोखा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया जहां डॉक्टर ने जांच करते हुए बताया कि इनकी मौत 6 घंटे पहले ही हो गई है।
मृतक की पहचान औरंगाबाद जिले के धनवान गांव निवासी जगदीश चंद्र प्रसाद के रूप में की गई है जिनकी उम्र 63 वर्ष है वही स्थानीय पुलिस ने उठाने से इंकार कर दिया उनका कहना था कि यह रेलवे का काम है जिसके चक्कर में नोखा स्वास्थ्य केंद्र पर भी शव घंटों पड़ा रहा बाद में शव को पोस्टमार्टम के लिए सासाराम भेज दिया गया।
जानकारी के अनुसार नोखा रेलवे स्टेशन पर इंटरसिटी एक्सप्रेस रविवार को पहुंची, तब तक ट्रेन में यात्री यात्रा कर रहा था जिसकी मौत ट्रेन में ही गई थी, यात्रा कर रहे हैं सवारियों ने इसकी सूचना स्टेशन मास्टर को दी, जहां पर स्टेशन मास्टर वीरेंद्र कुमार द्वारा इसकी सूचना स्थानीय थाना और आरपीएफ को दी गई जिस पर आरपीएफ व जीआरपी और स्थानीय पुलिस के कशमकश में शव ट्रेन में पड़ा रहा और 1 घंटे तक नोखा स्टेशन पर ट्रैन रुकी रही।