Homeचैनपुरबूचड़खाने के महक से रमजान में मस्जिदों में नमाज पढ़ना हुआ मुश्किल

बूचड़खाने के महक से रमजान में मस्जिदों में नमाज पढ़ना हुआ मुश्किल

Bihar: जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के चैनपुर पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या 3 अंसारी मोहल्ला एवं आसपास के मोहल्ले के स्थानीय लोग बूचड़खाने की महक से परेशान है यहां तक कि रमजान के महीने में मस्जिदों में नमाज पढ़ना भी लोगों के लिए काफी मुश्किल भरा कार्य हो गया है, जिस कारण लोगों में काफी आक्रोश है, ग्रामीणों का आरोप है कि बूचड़खाना से निकलने वाले गंदगी को लोग स्थानीय तालाब नाली आदि में डाल देते हैं, जिसके सड़ने से महक इतनी तेज होती है कि घर में बैठ कर खाना खाना सहित मस्जिद में नमाज पढ़ना तक मुश्किल हो गया है।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

NAYESUBAH

मौके पर मौजूद नसीमुद्दीन अंसारी, गुलाम मोहम्मद, हैदर अंसारी, नैमुद्दीन अंसारी, मनोज सिंह, पप्पू सिंह, सुभाष सिंह, चीनी राम, कमलाकांत सिंह, मुखिया प्रतिनिधि गुड्डू सिंह आदि लोगों ने बताया चैनपुर पंचायत के वार्ड संख्या 3 जिसमें कई मोहल्ले हैं जिसमें कसाई टोला, पश्चिम मोहल्ला, मलिक सराय, मुगलपुरवा, अंसारी टोला आदि क्षेत्रों में अवैध तरीके से 1 दर्जन से अधिक बूचड़खाने का संचालन किया जा रहा है, बूचड़खाने से निकले अवशेषों को लोगों के द्वारा नाली एवं तालाब आदि में डाल दे रहे है।

NAYESUBAH

मांस आदि के सड़ने से इतनी तेज बदबू उठ रही है कि स्थानीय लोगों का जीना दूभर हो गया है, कमरे में बैठकर खाना खाने सहित मस्जिद में नमाज पढ़ना तक लोगों के लिए काफी मुश्किल है, प्रतिदिन सुबह ताजी हवा में लोग सड़कों पर टहलने के लिए निकलते थे तेज बदबू के कारण लोग सड़कों पर टहलना बंद कर दिए हैं, स्थानीय प्रशासन के द्वारा इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, मनमाने तरीके से संचालित बूचड़खाने से लोगों में काफी आक्रोश है।

वहीं मुखिया प्रतिनिधि गुड्डू सिंह ने बताया इस तरह की समस्या लगातार लोगों के द्वारा आकर बताई जा रही है, स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से बूचड़खाने के संचालन होने की बात मुखिया प्रतिनिधि गुड्डू सिंह के द्वारा बताया गया, और कहा गया आगामी 10 अप्रैल तक अगर अवैध रूप से संचालित हो रहे बूचड़खाने बंद नहीं होते हैं तो 10 अप्रैल को सड़क जाम किया जाएगा और बड़े स्तर पर आंदोलन शुरू किया जाएगा।

वही मौके पर मौजूद छोटे बच्चे शाहनवाज पिता हकीमुद्दीन, इरफान एवं सलमान पिता अजीमुद्दीन आदि बच्चों ने बताया इनके घर के पीछे ही पशुओं को काटकर उनके अवशेषों को फेंक दिया जाता है, जिस कारण से इतनी तेज महक रहती है कि लोगों का रहना मुश्किल हो गया है, यहां तक कि सलमान नाम के छोटे बच्चे ने बताया उनके पिता अलीमुद्दीन चैनपुर मुगलपुरवा को छोड़कर भुवालपुर में मकान बनाकर रहने की तैयारी में जुटे हुए हैं, संबंधित सभी लोगों के द्वारा प्रशासन से मांग की गई है कि तत्काल संचालित हो रहा है अवैध रूप से बूचड़खाने पर प्रतिबंध लगाया जाए, लोगों का कहना है कि घनी आबादी में बूचड़खाने का संचालन सरासर गलत है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments