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वहीं दूसरी तरफ खुद सीएम नीतीश कुमार ने मामले को संज्ञान में लिया है और कल संबंधित अधिकारियों की मीटिंग बुलाई अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक आंदोलन करते रहेंगे, अभ्यार्थियों को पुलिस ने बीच रास्ते में ही रोक दिया और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया, अभ्यर्थियों का कहना है कि 67वी बीपीएससी परीक्षा को लेकर बीते मंगलवार को आयोग की तरफ से नोटिफिकेशन जारी हुआ था जिसमें बताया गया कि इस बार प्रारंभिक परीक्षा 1 दिन की जगह 2 दिन लिए जाएंगे साथ ही परीक्षा का रिजल्ट परसेंटाइल सिस्टम के आधार पर जारी किए जाएंगे।
परीक्षार्थियों की मांग है की परीक्षा के पैटर्न में किसी प्रकार के बदलाव नहीं किया जाए अभी 8 मिनट पर इसका विरोध अभियान चलाया था और 1 दिन में परीक्षा लेने की मांग की थी 26 अगस्त को परसेंटाइल सिस्टम लागू करने और 2 दिन में पीटी परीक्षा आयोजित करवाने की घोषणा का विरोध किया था।
8 मई को 67वीं पीटी का प्रश्न पत्र लीक हो जाने के बाद सभी सेंटर्स की परीक्षा रद्द कर दी गई थी, वही परीक्षा ली जा रही है, आयोग का तर्क है कि छह लाख से ज्यादा अभ्यार्थी होने की वजह से आयोग को 1 दिन परीक्षा लेने में दिक्कत हो रही है इसलिए परीक्षा को 2 दिन में लिया जाएगा, वही बीपीएससी परीक्षाओं की तैयारी का वर्षों से कराने वाले गुरु रहमान कहते हैं कि जिस सिस्टम से आयोग परीक्षा लेने जा रहा है वह नेगेटिव से कहीं ज्यादा डेंजर होने वाला है बीपीएससी पीटी परीक्षा में किसी भी परिस्थिति में परसेंटाइल सिस्टम लागू नहीं करना चाहिए, परीक्षा एक शिफ्ट में लेनी चाहिए, छात्रों के हित में आयोग के चेयरमैन को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए।
मामले को लेकर हुए हंगामे के बाद सीएम नीतीश कुमार ने संज्ञान लेते हुए आज गुरुवार को बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष और सचिव को तलब किया है इनसे पैटर्न बदलने के मसले पर बातचीत करेंगे सीएम कार्यालय की ओर से भी इसकी आधिकारिक घोषणा की गई है, बताया गया है कि सीएम ने परीक्षार्थियों की समस्या पर संज्ञान लिया है तथा इसके समाधान के लिए मुख्य सचिव एवं अन्य पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है।