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इसके अलावा पश्चिम चंपारण, सहरसा, पूर्णिया, मुंगेर, नवादा, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद, कैमूर, बक्सर, भोजपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, सीवान, गोपालगंज, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज, कटिहार, बांका, जमुई, शेखपुरा, लखीसराय और खगड़िया में 2–2 फास्ट ट्रैक कोर्ट संचालित किए जाएंगे। नवगछिया और बगहा उप-मंडल में 1–1 अदालत स्थापित करने की योजना है।
साथ ही इन अदालतों के संचालन के लिए लगभग 900 नए पदों पर भर्ती की जाएगी। इनमें बेंच क्लर्क, लिपिक, स्टेनोग्राफर, डेटा एंट्री ऑपरेटर, ड्राइवर, प्रोसेस सर्वर और चपरासी जैसे पद शामिल होंगे। सरकार ने शस्त्र अधिनियम से जुड़े मामलों के तेज निपटारे के लिए 79 अदालतों को विशेष एक्ट कोर्ट के रूप में भी नामित करने का निर्णय लिया है। सरकार का कहना है कि गंभीर मामलों को प्राथमिकता देकर निपटाना कानून-व्यवस्था को मजबूत करेगा और जनता को त्वरित न्याय मिलेगा।



