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भाजपा नेता अजय चौधरी ने कहा कि आखिर बिहार में क्या हो रहा है सीएम नीतीश कुमार भ्रष्टाचारी अफसरों के इर्द-गिर्द रहते हैं इसका जीता जागता उदाहरण पथ निर्माण विभाग के तबादले की लिस्ट में देखी जा सकती है, अगुवानी गंगा पुल ब्रिज ध्वस्त होने के बाद जिस अधिकारी को हटाया जाता है, उसे पथ निर्माण विभाग इनाम के तौर पर निगरानी में बड़े पद पर बैठा देती है स्वास्थ्य विभाग में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है जून में 500 से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों और अधिकारियों का तबादला होता है, फिर रद्द किया जाता है, यह है क्या, सरकार बताए कि खेल क्या चल रहा है।
बीजेपी के आरोपों का राजद ने भी पलटवार किया है राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बीजेपी अपने गिरवान में झांके भाजपा बौखलाई हुई है सरकार जाने से बहुत हताश है लिहाजा सरकार के कई तरह के आरोप लगा रही हैं यदि कोई तथ्य है तो सार्वजनिक करना चाहिए बस मीडिया में बने रहने के लिए बेबुनियाद बयान नहीं देना चाहिए वही जदयू ने भी भाजपा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नीतीश कुमार के सरकार सुशासन की सरकार है बीजेपी भूल जाती है कि राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रहे राम सूरत ने क्या किया था सीएम के हस्तक्षेप के बाद ही मामला साबित हुआ था।