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इस दिन बिहार पुलिस दिवस के कार्यक्रम में नीतीश कुमार शामिल होंगे, हेल्पलाइन नंबर 1930 के साथ ही उस दिन वो बिहार के 500 थानों में महिला हेल्प डेस्क की भी शुरुआत की जाएगी, साइबर अपराध बिहार में ही नहीं पूरे देश में चुनौती बन चुके हैं वह नए-नए तरीके अपना रहे हैं वर्तमान समय में साइबर क्राइम सेंट्रल एजेंसी के साथ-साथ कई राज्य को पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है, जब तक साइबर अपराधी तक पुलिस पहुंच पाती है तब तक देर हो चुकी होती है।
सही समय पर कार्रवाई शुरू हो सके, इसके लिए जरूरी है कि पुलिस तक समय पर साइबर अपराध की जानकारी भी पहुंचे, इसी उद्देश्य से हेल्पलाइन नंबर 1930 की शुरुआत बड़े स्तर पर हो रही, हेल्पलाइन नंबर 1930 पर एक साथ 30 लोगों के कॉल को अटेंड करने की क्षमता होगी, इसके लिए इतने ही लोग 3 शिफ्टों में 7 दिन 24 घंटे काम करेंगे, टीम में कुल 171 पॉलिसकर्मी शामिल हैं एक महिला समेत 6 इंस्पेक्टर, 8 महिला समेत 15 सब इंस्पेक्टर और 88 पुरुष व 62 महिला समेत 150 सिपाही इसमें शामिल हैं 20 फरवरी से ही इन्हें स्पेशल ट्रेनिंग दी जा रही है।
साइबर क्राइम, ऑनलाइन बैंक फ्रॉड, बैंक स्टेटमेंट को पढ़ने का तरीका, कॉल रिसीव करने पर बात करने का तरीका, नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज करने का तरीका और ठगी के रुपयों को बचाने के तरीके के साथ ही इसके बाद केस दर्ज करवाने की प्रक्रिया की ट्रेनिंग दी जा रही।