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विद्यालय के प्रधानाध्यापक हरिवंश नारायण पांडेय ने बताया कि वर्तमान समय में दहेज, भ्रूण हत्या और बाल विवाह समाज में लड़कियों के लिए अभिशाप बना हुआ है, इन प्रथाओं को खत्म करने के उद्देश्य से विद्यालय के यूथ क्लब के द्वारा एक जनजागरूकता रैली निकाली गई है, अभियान के दौरान हाथ में तख्तियां ऊपर लिखा बेटी नहीं है किसी से कम मिटा दो अपने सारे भ्रम, हर घर से ये आवाज उठेगी बेटियां भी आगे बढ़ेंगी, अरमानों का मूल्य लगाना बंद करो दहेज के लिए लड़का बेचना बंद करो, जो बेटी को दे पहचान माता-पिता वही महान, बेटी बचाने का करो इरादा अभी से दो हमें यह वादा आदि स्लोगन के माध्यम से लड़कियों को इन तीनों अभिशापों से मुक्त कराने के लिए ग्रामीणों से छात्र-छात्राओं ने निवेदन किया।
यूथ क्लब के नोडल शिक्षक भगवान प्रसाद ने बताया कि दहेज प्रथा बाल विवाह और भ्रूण हत्या समाज की सैकड़ों बुराइयों में से एक है जो हर साल हजारों मासूमों लड़कियों की मौत का जिम्मेदार है, दहेज प्रथा एक ऐसी बुराई है जो वर्तमान समय में समाज में तांडव मचा रहा है, आधुनिक समाज में दहेज एक सौदेबाजी और लालच का रूप बन गया है इस घातक कुप्रथा को समाप्त करने के लिए समाज में अधिकाधिक शिक्षा का प्रसार करना चाहिए, तभी शिक्षित लड़कियां इस कुप्रथा का मुकाबला करने के लिए तैयार रहेंगी, इस रैली के दौरान विद्यालय के सभी शिक्षक और छात्र छात्राएं सम्मिलित हुए इस रैली में गांव के ग्रामीणों ने भी हिस्सा लिया।