Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
आगे कहा की एनडीए सरकार से पहले की योजनाएं अनियमितता की भेंट चढ़ गयीं थी। अब धरातल पर विकास दिख रहा है। वही बक्सर के सांसद सुधाकर सिंह पर अनर्गल बयानबाजी का आरोप लगते हुए कहा कि वे मेरे ऊपर घोटाला का आरोप लगा रहे हैं। इसको साबित करें तो वे राजनीति से सन्यास ले लेंगे। अगर साबित नहीं हुआ तो सांसद को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। सांसद और उनके भाई करोड़ो रूपये के चावल घोटाले में जेल जा चुके हैं। अभी जमानत पर हैं। सांसद ने जो आरोप लगाया है उससे उनकी छवि धूमिल हुई है। इस पर उन्होंने सांसद को वकालतन नोटिस भेजवाया है।
जिसका 24 घंटे के अंदर जवाब देना है। जवाब नहीं मिलने पर वे सांसद के खिलाफ सौ करोड़ का मानहानि का मुकदमा दर्ज कराएंगे। आगे उन्होंने कहा की सांसद का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। जिसके कारण वे जनता के बीच अनर्गल बयान दे रहे हैं। उनको अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। उनपर जो चावल घोटाले का आरोप है वह प्रामाणिक है। उच्चतम न्यायालय में सांसद ने घोटाले को स्वीकार किया। निर्धारित राशि जमा करने के बाद जमानत मिली है। मामला कोर्ट में चल रहा है। मंत्री ने मीडिया कर्मियों को कोर्ट के आदेश व वकालतन नोटिस की छाया प्रति सौंपी। इस मौके पर जदयू नेता आलोक सिंह, भाजपा जिला महामंत्री संतोष सिंह इत्यादि मौजूद रहे।