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राकेश टिकैत भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता है और वह 2020 में बिहार सरकार कृषि कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में चर्चा में आए थे, 16 जनवरी को बक्सर के चौसा में किसानों के बीच पहुंचेंगे साथ ही किसानों को वहां पर दिक्कत है क्योंकि भूमि अधिग्रहण हुआ है वो अपनी भूमि का उचित मुआवजा मांग रहे हैं, सरकार उनको 2013 के रेट से 2022 में पैसा दे रही है तो किसान क्यों लें नया भूमि अधिग्रहण जो एक्ट है, उसके तहत उनको मुआवजा मिलना चाहिए।
दरअसल बक्सर के चौसा में 10 जनवरी की रात धरनारत किसानों के घर में घुस कर पुलिस द्वारा उनकी पिटाई की गई थी, वहीं दूसरी तरफ 11 जनवरी को देश की दूसरी बिजली बनाने वाली परियोजना के निर्माण के दौरान मुख्य गेट के पास पुलिस द्वारा गोली चलाने और उपद्रव होने के बाद देश मे सियासत तेज हो गई है, जिसके बाद पक्ष-विपक्ष द्वारा आरोप-प्रत्यारोप चालू है।