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243 में से सिर्फ 42 सीट है। किन्तु फिर भी ये सीएम बने रहना चाहते हैं। प्रशांत किशोर ने आरोप लगाते हुए कहा की सीएम नीतीश को सिर्फ अपनी कुर्सी की चिंता है, उन्हें सिर्फ कुर्सी पर बैठे रहने की चाह है, चाहे भाजपा के साथ रहे या फिर राजद के साथ। जनता की समस्याओं से उन्हें कोई मतलब नहीं। इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी से सीधे सवाल किया। उन्होंने कहा कि RBI का आंकड़ा बता रहा है कि 1990 से लेकर अभी तक, बैंकों के माध्यम से 26 लाख करोड़ रुपये की पूंजी दूसरे राज्यों में चली गई।
उन्होंने सरकार से मांग किया की सीडी रेशियो के आंकड़े जनता के सामने रखें और बताएं कि आखिर बिहार की पूंजी राज्य में बाहर क्यों भेजा गया। प्रशांत किशोर ने बिहार में गरीबी और बेरोजगारी को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। कहा कि बिहार में 80% लोग रोज 100 रुपये भी नहीं कमा पाते। बिहार में प्रतिव्यक्ति आय 34 हजार रुपए हैं। वही अगर पटना और बेगूसराय को हटा दें तो प्रतिव्यक्ति आय मात्र 25 हजार रुपए है। लेकिन सरकार मनरेगा जैसी योजनाओं के फंड का सही उपयोग नहीं कर पा रही है।