Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
आगे उन्होंने कहा लालू जी से किसी ने यह सवाल नहीं किया कि वो जो दावा करते हैं कि उन्होंने अपने शासन काल में गरीबों, वंचितों और पिछड़ों को आवाज दी। किन्तु लालू जी ने जिन वर्गों को आवाज दी, उन्हें शिक्षा, जमीन या रोजगार क्यों नहीं दिया। इसलिए उन्होंने आवाज दी ताकि वो जीवन भर उनके लिए नारे लगा सकें और उनका झंडा लेकर घूम सकें।
वहीं अगर उन्होंने इन वर्गों को शिक्षा दी होती या पूंजी उपलब्ध कराकर रोजगार मुहैया कराया होता तो आज वो उनकी पार्टी का झंडा लेकर नहीं घूम रहे होते। अपनी राजनीति के लिए इन नेताओं ने पूरे बिहार को गरीब, अनपढ़ और मजदूर बना दिया है। जिसका नतीजा यह है कि महज 400 रुपये पेंशन पाने के बावजूद लोग सरकार को इस बात के लिए वोट दे रहे हैं कि सरकार 400 रुपये दे रही है।