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आगे उन्होंने राजद पर निशाना साधते हुए कहा की राजद परिवारवाद से घिरा हुआ है। लालू यादव हमेशा यादव के हित की बात करते हैं और वह अपने बेटे को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। जबकि यादव में एक से बढ़कर एक नेता हैं। अगर वह अपने बेटे के अलावा किसी और के नाम की घोषणा करते हैं तो जनसुराज स्वयं उनका समर्थन करेगा। उन्होंने तेजप्रताप यादव को पार्टी से निकाले जाने के सवाल पर कहा कि वह तो आते-जाते रहते हैं। पहले भी एक बार वह पार्टी छोड़कर गए थे। इस बार भी निकाले गए हैं। फिर लौटकर आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा से हमेशा विचारधारा की लड़ाई है और रहेगी। इससे समझौता नहीं होगा। उन्होंने सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा की।
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के भ्रष्ट नेताओं ने जनता को केवल लूटने का काम किया है। उन्होंने जनता से जनसुराज को मौका देने की अपील की। उन्होंने कहा कि 120 दिनों में 240 विधानसभा का भ्रमण करेंगे। एक करोड़ लोगों तक पहुंचकर हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। जनता के बीच तीन समस्या को लेकर जा रहे हैं, इसमें जाति आधारित गणना के बाद 94 लाख परिवारों को दो-दो लाख रुपये की घोषणा सरकार की ओर से की गई थी, भूमिहीन को भूमि देने का वादा और भूमि सर्वेक्षण के नाम पर अवैध वसूली को लेकर सरकार को घेर रहे हैं। इस दौरान मंच पर डा. एके दास, राज्य कोर कमेटी के सदस्य ललन यादव, सीताराम यादव, विनोद चौधरी और मनोज राय समेत अन्य मौजूद रहे।