Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड मुख्यालय में स्थित बीआरसी कार्यालय 3 वर्षों से अधिक समय तक लगातार प्रभार में चल रहा है जिस कारण से कई महत्वपूर्ण कार्य बाधित भी हैं, हालांकि प्रखंड बीआरसी के कर्मी इस पर कुछ खुलकर कहने को तैयार नहीं है मगर स्थिति यह है कि प्रत्येक कार्य के निष्पादन के लिए बीईओ के आने का इंतजार किया जाता है।
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वर्ष 2019 मार्च माह के अंतिम तिथि को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कृष्णानंद मिश्रा सेवा निर्वीत हुए थे, जिसके बाद अधौरा के बीईओ राम रतन राम को प्रभार मिला पदस्थापना के बाद सप्ताह में 2 दिन तो कभी एक दिन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा कार्यालय के लिए समय दिया जाने लगा, इसी बीच राम रतन राम का तबादला हो गया जिसके बाद भभुआ के बाबूलाल साहनी को चैनपुर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का प्रभार मिला उनका कार्यकाल भी उसी तरीके से चलता रहा।
तभी दोबारा फिर से अधौरा के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राम रतन राम को चैनपुर प्रखंड के शिक्षा पदाधिकारी के रूप में प्रभार मिला 2 दिन पूर्व बीईओ राम रतन राम का चैनपुर से तबादला करते हुए भगवानपुर का प्रभार दे दिया गया, जबकि चैनपुर प्रखंड बीआरसी में नए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के रूप में चांद प्रखंड के बीईओ को प्रभार मिला है, हालांकि अभी सतेंद्र साह के द्वारा योगदान नहीं किया गया है ना ही प्रभार का आदान-प्रदान हुआ है।
प्रखंड बीआरसी के कर्मियों से जानकारी लेने पर बताया गया अभी कोई सूचना प्राप्त नहीं है कि प्रभार का आदान-प्रदान किस तिथि को होगा वर्तमान समय में भी बीईओ राम रतन राम के हस्ताक्षर से ही बीआरसी कार्यालय में कार्य चल रहे हैं।
मगर इन सभी में 3 साल से अधिक समय तक लगातार चैनपुर बीआरसी प्रभार में चलने के कारण, कई तरह की बातें सामने आ रही है, जिसमें मुख्य रूप से चैनपुर प्रखंड में संचालित सभी विद्यालय की निरंतर जांच-पड़ताल नहीं हो रही है इसका मुख्य वजह है प्रभार में रहने के कारण पदाधिकारी चैनपुर बीआरसी में ज्यादा समय नहीं दे पा रहे है।