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इसके बाद इसकी सूचना उसके घर वालों को दिया। घटना की सूचना मिलते ही पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि बाबूलाल यादव मौके पर पहुंच गए और इसकी सूचना पुलिस को दी गई। जिसके बाद घटनास्थल पहुंचकर पुलिस मामले की जांच में लगी है। कहीं से कुछ सुराग नहीं मिलने के कारण परिजनों के डिमांड पर डेहरी से डाग स्क्वायड टीम को बुलाया गया। जिसके सहारे पुलिस हत्यारों तक पहुंचने की कोशिश में लगी है। इलाके में इस घटना को लेकर आक्रोश व भय का वातावरण बना हुआ है। घर परिवार के सदस्यों का रो रोकर बुरा हाल हो गया है।
बताया जा रहा है की मृतक को दो बेटे व दो बेटियों है जिनकी अभी शादी नहीं हुई है। अजय किसानी के साथ-साथ व्यवसाय में जुड़ गए थे। वे पोल्ट्री फार्म से अच्छी खासी आमदनी करते थे। रोज की भांति घर से खाना खाकर गांव से कुछ दूर अपने पोल्ट्री फार्म में जाकर सो गए थे। इसी दौरान रात्रि में अपराधियों ने पोल्ट्री फार्म में प्रवेश कर धारदार हथियार से उनको मौत के घाट उतार दिया। थानाध्यक्ष उमेश कुमार ने बताया कि भड़हेरिया में चाकू गोदकर नृशंस हत्या की गई है। परिजनों की मांग डाग स्क्वायड टीम को बुलाया गया है।
वही 12 वर्ष पहले अजय के बड़े भाई रौशन सिंह की भी हत्या कर दी गई थी। जब वे अपने गांव से कुछ दूर मटियारी गांव से लौट रहे थे। गांव के समीप ही अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था। तब भी पुलिस को कुछ हासिल नहीं हो सका था। उस घटना के बाद उसी परिवार में यह दूसरी हत्या है। जिसको लेकर गांव के लोगों में भी आक्रोश है। बहरहाल इस घटना के पीछे राज चाहे जो भी हो रामगढ़ पुलिस उसपर से पर्दा हटाने की कोशिश में लगी हुई है।