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इसके बाद सिटी एसपी और नगर एएसपी के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम का गठन किया गया जो टीम इस लूट कांड को खुलासा करने में जुट गई। इसी क्रम में वैज्ञानिक साक्ष के आधार पर पुलिस की टीम महज एक सप्ताह में ही इस लूट कांड का उद्वेदन कर दिया। मुजफ्फरपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार की मानो तो इस पूरे घटनाक्रम में इस कंपनी के दो मैनेजर ने मिलकर प्लान किया और अपने रिश्तेदार के सहयोग से इस घटना को अंजाम दे दिया और पुलिस को गलत जानकारी दी की कोई अपराधी लूट लिया है।
इस लूट कांड में पुलिस के द्वारा 38 लाख रुपए के लूट की राशि में से 30 लाख रुपए कैश लूट में प्रयुक्त बाइक, लूटी गई तीन मोबाइल फोन, के साथ-साथ घटना को अंजाम देने वाले भारत फाइनेंस के दो मैनेजर इरफान अली और किशन गुप्ता को धार दबोचा है। वहीं पुलिस की मानो तो इरफान अली का भाई जो अभी पुलिस के गिरफ्त से दूर है वहीं लूट की राशि में से शेष राशि के बरामदगी और फरार अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम छापेमारी कर रही है।