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जिसके बाद पुलिस अधीक्षक नवादा के निर्देश पर एसडीपीओ रजौली के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया एवं तकनीकी जांच और खुफिया जानकारी के आधार पर 29 मार्च को सभी 6 आरोपियों को पकड़ लिया गया। पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। मृतक के बेटे ने ही पिता की हत्या की साजिश रची थी। उसने पुलिस को बताया कि उस पर बहुत ज्यादा लोन था। उसे लगा कि पिता की मौत के बाद उसे लोन नहीं चुकाना पड़ेगा। इसलिए उसने गोविंद पंडित से संपर्क किया। 27 मार्च की रात मृतक ट्रक से कोडरमा से पटना जा रहे थे। गोविंद पंडित के इशारे पर चार सुपारी किलरों ने बाइक से ट्रक का पीछा किया। उन्होंने पहले ट्रक रुकवाया और फिर चालक को अंधरवाड़ी स्थित पावरहाउस ले गए। वहां गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई।
गिरफ्तार आरोपितों में झारखंड के हजारीबाग जिला के जयनगर थाना क्षेत्र के भोगियिटीला गांव के निवासी मृतक सुरेंद्र पंडित के पुत्र गोविंद पंडित, झारखंड के हजारीबाग जिला के चौबे थाना क्षेत्र के चलकुशा गांव के रहने वाले कौशल पंडित का पुत्र लक्ष्मण पंडित, बिहार के नवादा जिले के नेमदारगंज थाना क्षेत्र के नोनाय गांव के प्रमोद शर्मा का पुत्र निरंजन कुमार, मिनी मिस्त्री का पुत्र सोनू कुमार एवं बिहार के नालंदा जिला के नालंदा थाना क्षेत्र के सिकंदर गांव के निवासी सीताराम यादव का पुत्र भैंसवा सब उर्फ सुनील यादव शामिल है। इन लोगों के पास से 2 देसी कट्टा, 2 मोटरसाइकिल और 7 मोबाइल बरामद किया गया है।