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बताया जा रहा है कि घटना से पहले जीतू ने इंटरनेट मीडिया पर गूगल पर आत्महत्या करने के बारे में सर्च किया था सत्यापन के क्रम में यह बात सामने आया कि उक्त शव जितेंद्र उर्फ जीतू का है, जितेंद्र की पत्नी सुमन देवी ने प्राथमिकी का पिपरा के भाजपा विधायक श्याम बाबू प्रसाद यादव समेत तीन को आरोपित किया था, नामजद अभियुक्त में भाजपा विधायक श्यामबाबू प्रसाद यादव के अलावा डॉ संजय कुमार और लेखा प्रसाद शामिल है, पुलिस ने वैज्ञानिक तरीके से जांच की घटना के दिन जीतू अकेले ही घर से निकला था और इसका खुलासा सीसीटीटी फुटेज से की हुआ है।
पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्र ने रविवार को बताया कि जितेंद्र प्रसाद के जब्त फोन से यह खुलासा हुआ है कि तीन जुलाई को जीतू ने इंटरनेट मीडिया के गुगल पर सर्च कर यह जाना था कि आत्महत्या के कौन से तरीके है, यह भी जाना था कि मौत कैसे होती है, इसके बाद आठ जुलाई को गुगल पर सर्च कर गोली मारने से ठीक पहले यह जाना था कि आत्महत्या के दौरान इंसान कैसा महसूस करता है, अगर दिल व दिमाग पर गोली लगी तो कितनी देर में हो जाएगी मौत इस बात की जानकारी ली थी, पुलिस ने तेलियाबाड़ी पोखर से जिस देसी पिस्तौल को बरामद किया है उसकी जांच कराएगी, उसके बाद विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा जाएगा, हत्या के दिन ही पुलिस ने जीतू के दोनों हाथों का फिंगर प्रिंट लिया था जिसे एफएसएल जांच के लिए भेजा गया है।