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पीड़ित दिव्यांग सुरेश यादव के अनुसार वह अपनी दुकान पर बैठा था अचानक 2 लोग उसके पास आये और सीधे कहा कि साला तुम गांजा बेचता है तुमको जेल भेज देंगे, नहीं तो पैसा दो, बातों को बोलते हुए एक शख्स ने गल्ले में हाथ डाल दिया और उसमें रखे 1500 रूपए को जबरन निकल लिया इसके बाद दोनों और रुपए देने की मांग कर रहे थे जिस पर दिव्यांग व्यक्ति ने आपत्ति जताई और रुपए देने से मना कर दिया जब सुरेश ने दोनों बदमाशों की डिमांड पूरी नहीं की तो उन्होंने उसे बाइक पर बैठा लिया फिर चितकोहरा गुलबंद की तरफ ले गए, इस बीच पूरे प्रकरण को देखिए एक शख्स ने गर्दनीबाग थाना को कॉल किया जानकारी मिलते ही पुलिस टीम ने कार्रवाई की और दिव्यांग को बरामद कर दोनों बदमाशों को पकड़ लिया।
दोनों को पकड़ कर पुलिस थाने लायी जहां उनसे पूछताछ की गई जिसके बाद असलियत सामने आई चिंटू और उसके साथ राकेश ने अपनी पहचान बताएं चिंटू ने बताया कि वह बिहार पुलिस का सिपाही है वही राकेश पटना में पाटलिपुत्र गोलंबर के पास स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में सिक्योरिटी गार्ड है कैमूर से पहले चिंटू पटना जिला पुलिस बल में था कोतवाली और फुलवारी शरीफ थाना में भी उसकी पोस्टिंग थी अवैध कमाई के चक्कर में क्राइम की लत लग गई अब पुलिस इसकी हिस्ट्री को खंगाल रही है।