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ऐसे में इन मामलों पर रोक लगाए जाने को लेकर बेलाव थाना की पुलिस के द्वारा ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। दरसल साइबर अपराधियों के साथियों का गैंग गाँवो में फेरी लगाकर फलो, रुपए या अन्य समान के लालच देकर पुराने और निष्प्रयोज्य हुए मोबाइल फोन खरीद लेते है। लोग घर में बेकर पड़े मोबाइल फोन को जरा सी लालच के चक्कर में बेच देते है। गैंग के यह सदस्य ग्रामीण इलाकों से मोबाइल इकट्ठा कर एकमुश्त रूप से साइबर अपराधियों को बेच देते है।
इस संबंध में बेलाव थानाध्यक्ष अनीश कुमार ने बताया कि मोबाइल फोन खराब होने के बाद भी उसमें कई महत्वपूर्ण डाटा मोबाइल स्टोरेज में रह जाता है। ऐसे में उक्त मोबाइल से साइबर अपराध करने में आसानी हो जाती है। ऐसे में लोगों को खराब मोबाइल बेचने से परहेज करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोग अपने ओटीपी समेत कई गोपनीय चीज है। जिसको किसी अनजान व्यक्ति को साझा नहीं करे।



