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बताया जा रहा है कि रवि सिंह, श्रवण सिंह, भोला सिंह, विक्रम सिंह किसी काम से तीन बाइक से समस्तीपुर गए हुए थे दोपहर में लौट रहे थे रवि सिंह वह भोला से अलग-अलग बाइक पर सवार थे जबकि श्रवण सिंह विक्रम सिंह एक ही बाइक पर थे जैसे ही लोहरसारी चौक पहुंचे पहले से घात लगाए बैठे पास 5-7 बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी जिससे रवि सिंह के सिर, गर्दन और शरीर के अन्य भागों में 8-10 गोली लगी और मौके पर ही उनकी मौत हो गई जबकि श्रवण सिंह के कमर के नीचे गोली लगी है, डीएमसीएच में भर्ती श्रवण सिंह ने बताया कि गरथू यादव, उसके तीन बेटों और अज्ञात तीन बदमाशों ने फायरिंग की और घटना के बाद सभी फरार हैं।
बताया जा रहा है कि 4 साल पहले भी रवि सिंह के भाई सुनील सिंह की हत्या हुई थी जिसमें गरथू यादव के बेटे को आरोपित किया गया था, 1 साल पहले गरथू यादव समर्थक 2 लोगों की हत्या हुई जिसमें रवि सिंह का नाम आया था दोहरे हत्याकांड के समझौता होने पर डेढ़ माह बाद रवि सिंह जमानत पर जेल से बाहर आए थे जिसके बाद गरथू यादव के समर्थक रवि सिंह पर सुनील सिंह हत्याकांड मामले में समझौते के लिए दबाव बना रहे थे और इंकार करने पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी।