Bihar: जमुई की धरती पर 15 नवंबर को पीएम मोदी का आगमन होने वाला है। जिसका कंफर्मेशन अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के सचिव दिवेश सेहरा की चिट्ठी से हुई है। दरसल गुरुवार को अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के सचिव के जमुई आने की खबर है। छठ पूजा के दिन उनका जमुई पहुंचने का कार्यक्रम और तैयारी की समीक्षा ने पीएम के कार्यक्रम सुनिश्चित हो जाने की पुष्टि कर दी है। जानकारी के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को तकरीबन 11:00 बजे जमुई जिला के खैरा प्रखंड अंतर्गत बल्लोपुर के मैदान पर पहुंचेंगे। यहां तमाम औपचारिकताओं के पश्चात वे जनजाति स्वंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस समारोह एवं धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान की शुरुआत जमुई की धरती से करेंगे। जिसको लेकर प्रशासनिक तैयारी शुरू कर दी गई है।
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कार्यक्रम स्थल पर हेलीपैड निर्माण से लेकर जर्मन हैंगर और स्टेज निर्माण के कार्य को गति दी जा रही है। इन्हीं तैयारी की समीक्षा को लेकर मंगलवार को संवाद कक्ष में जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में लंबी बैठक चली थी। वही सचिव दिवेश सेहरा ने जमुई सहित अन्य जिले के जिला पदाधिकारी को भी कार्यक्रम की तैयारी का निर्देश दे रखा है। उन्होंने कहा है कि जनजातीय गौरव दिवस 15 से 26 नवंबर तक मनाया जाना है। इसमें अनुसूचित जनजातियों की कला संस्कृति, विरासत और उनके धरोहर को बढ़ावा देने के लिए प्रयास शामिल करने की मंत्रालय ने अपेक्षा की है। उसके आलोक में ही 15 नवंबर को मेगा इवेंट के लिए जमुई का चयन किया गया है। इस अवसर पर अन्य चयनित जिलों में भी कार्यक्रम आयोजित किया जाना है। उन्होंने यह भी कहा है कि 15 से 26 नवंबर के बीच धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के बारे में जागरूकता पैदा करने तथा योजनाओं से लाभुकों के आच्छादित करने के लिए शिविर का आयोजन करने के लिए आईईसी अभियान जारी रखा जाना है।
हालांकि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के सचिव के द्वारा जारी उक्त पत्र की प्रशासनिक पुष्टि नहीं की गई है किन्तु हो रही तैयारी तथा सचिव की चिट्ठी ने पीएम के आगमन को कंफर्म कर दिया है। कार्यक्रम में आने वाले अधिकारियों, मंत्रियों एवं विधायकों के आवासन से लेकर खान-पान तक की व्यवस्था जिला मुख्यालय से लेकर पड़ोस के जिले तक की जा रही है। अनुसूचित जनजाति के कलाकारों एवं अलग-अलग क्षेत्र में अपनी प्रतिभा को साबित करने वालों से पीएम की संवाद भी होगी। इसके अलावा पीएम मोदी आदिवासी कल्याण के लिए यहीं से 8500 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी करेंगे। विभिन्न प्रकार के स्टॉल भी लगाए जाने की व्यवस्था की जा रही है, जिसका अवलोकन पीएम के द्वारा किया जाना है। पीएम तकरीबन 3 घंटे से ज्यादा समय जमुई में बिताएंगे।