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दरअसल वार्ड सदस्य रेणु देवी का 15 वर्षीय पुत्र दिव्यांशु कुमार का 8 नवंबर को कथित अपहरण हो गया था जांच में पूरा अपहरण का मामला झूठा निकला नाबालिक के द्वारा ही मिलकर अपहरण का झूठा नाटक किया गया था जिस कारण नाबालिक को बाल सुधार गृह जाना पड़ा, झूठे अपहरण का खुलासा करते हुए अपहृत दिव्यांशु को पुलिस ने सबौर से बरामद कर लिया उसका साथ देने वालों में मोदी टोला निवासी अमरजीत मोदी, टीएनबी कॉलेज के पास रहने वाले सुबोध मंडल, नाथनगर के मोहनपुर गांव निवासी छोटू कुमार एवं विनोद मंडल, सन्हौला के घनश्यामचक के विभाष कुमार, सुल्तानगंज थाना में कार्यरत चौकीदार फंटूश पासवान के पुत्र फतेहपुर गांव के अमित कुमार, मिर्जागांव के मोहित कुमार एवं कथित अपहृत वार्ड सदस्य के पुत्र शामिल हैं।
डीएसपी ने बताया कि 5 लाख की फिरौती को लेकर चौकीदार के पुत्र अमित कुमार ने सहयोग करते हुए रकम में से 20,000 लेकर झूठी अपहरण की कहानी सेट कर देने और फिर उसने अपने 2 मित्र आदर्श और अंकित से वार्ड सदस्य के पुत्र को सुल्तानगंज में मिलवाया फिर अमरजीत सभी को लेकर सन्हौला पहुंचा यह योजना बनी कि 5 लाख की रंगदारी मांगी जाएगी जिसमें 2 लाख वार्ड सदस्य का पुत्र की और बाकी तीन लाख सभी आपस में बाटेंगे।
अगले दिन ही अमित कुमार ने इन लोगों को बताया कि थाने में केस हो गया है फिर सभी होटल छोड़कर इधर-उधर होने लगे पुलिस के भय से अमरजीत और मोहित ने वार्ड सदस्य के बेटे को सबौर में लाकर छोड़ दिया अपहृत के अनुसार इस साजिश में शामिल उसके साथ मित्र पिता द्वारा पैक में डाले गए रुपए निकालने और पुलिस की गतिविधियों को सूचना देते थे वह भी 6 महीने पहले भी गांव के तीन मित्रों के साथ भागकर कोलकाता चला गया था जिसे पुलिस के द्वारा बरामद कर परिजनों को सौंपा गया था।
डीएसपी ने बताया कि इसमें अमरजीत मोदी के पास से एक देसी कट्टा एवं गोली व मोबाइल बरामद किया गया है, ये पहले भी एक मामले में जेल जा चुका है, गिरफ्तार अभियुक्त बताया गया कि माही फ्रेंडशिप क्लब के नाम से साइबर क्राइम करता था फर्जी बैंक अकाउंट गलत तरीके से सिम का उपयोग करके चाइनीज मोबाइल सेट का गलत उपयोग कर पैसे के उगाही का धंधा करता था यह भागलपुर के मशकन, चौकी बस्ती में चलता था डीएसपी ने बताया कि अभी तक कितने लोगों से ठगी की गई है इस पर जांच की जा रही है।।