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9:30 बजे से करीब 11 बजे तक उपद्रव चलता रहा कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया बचाव में प्लांट के सुरक्षा गार्ड और पुलिस की ओर से हवाई फायरिंग की गई हालांकि इस दौरान कोई भी बाहर से पुलिस बल नहीं पहुंच सका, किसानों के पावर प्लांट से बाहर निकलने के घंटे से डेढ़ घंटे बाद बाहर से पुलिस बल का पहुंचना शुरू किया मौके पर डीएम अमन समीर, एसपी मनीष कुमार सहित बक्सर जिले के सभी बड़े पुलिस अधिकारी मौके पहुंचे घटना के बाद 2:45 बजे डीआईजी नवीन चंद्र झा भी प्लांट में पहुंचे, जिले के सभी थानों से पुलिस को यहां बुलाकर तैनात किया गया है पुलिस लाइन से भी फोर्स बुलाई गई है, पूरे जिले की दमकलों को आग बुझाने में लगाया गया किसानों का उपद्रव प्लांट के बाहरी हिस्से तक सीमित रहा अंदर कोई विशेष नुकसान नहीं हुआ है पुलिस ने कुछ किसानों को हिरासत में लिया है।
दरअसल किसान चौसा के पास बन रहे थर्मल प्लांट से जुड़ी जलापूर्ति पाइप लाइन और रेलवे लाइन के जमीन अधिग्रहण के मसले पर प्रदर्शन कर रहे थे विरोध में किसानों ने निर्माण भी बिजली घर के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया था इसका तब प्रशासन ने कोई विरोध नहीं किया लेकिन रात होते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल गांव में पहुंची और किसानों को घर में घुसकर बेरहमी से पीटने लगी, किसानों की पिटाई का वीडियो भी वायरल हो रहा है किसानों ने दावा किया है कि पुलिस आधी रात के बाद बनारपुर और अन्य प्रभावित गांव किसानों के घर पहुंची इस दौरान पुलिस वालों ने जबरदस्ती घर दाखिल होकर किसानों की पिटाई की।