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
उन्होंने कहा कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बहुत झूठ बोला है जो डील हुई थी वह मेरे और अमित शाह जी के बीच हुई थी संजय जयसवाल कमरे के बाहर भी खड़े नहीं थे, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मैं इस्तीफा नहीं दूंगा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एकाधिकार है किस को मंत्रिमंडल में रखना है और किसको नहीं रखना है यह कोई बड़ी बात नहीं है, हर पिछड़े के साथ ऐसा ही किया जाता है अरुणाचल प्रदेश में नीतीश कुमार के साथ में बीजेपी ने यही किया था उन्होंने छह विधायकों को तोड़ लिया था, 2020 में जब नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार में शामिल हुए तो लोगों को यह पच नहीं पाया मुझे पता था कि यह सब एक दिन होगा।
बोचहां विधानसभा का जिक्र करते हुए मुकेश सहनी ने कहा कि वहां वीआईपी का अधिकार है जब तक शरीर में सांस रहेगी तब तक झुकूंगा नहीं, कुछ लोग चाहते हैं किमैं कहूं उठो तो उठे और बैठने को कहे तो बैठे, ऐसा नहीं हो सकता दूसरे पार्टी के विधायक छीनकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है भाजपा, उस पार्टी को नैतिकता के आधार पर मेरे से इस्तीफा मांगने का अधिकार नहीं है।
दरअसल मुकेश सहनी की पार्टी के तीन विधायकों ने भाजपा के समर्थन में अपना पत्र सौंपा मुकेश सहनी पार्टी के बिहार में तीन विधायक है तीनों विधायकों ने पत्र में लिखा है कि सहनी की पार्टी विकासशील इंसान पार्टी से वह अपना नाता तोड़ रहे हैं, दल-बदल कानून के तहत किसी पार्टी के दो तिहाई विधायक पाला बदल सकते लेकिन मुकेश सहनी के पार्टी के तो सारे विधायकों ने पाला बदल लिया जिसके बाद तीनों विधायकों ने वीआईपी विधायक दल का बीजेपी में विलय कर दिया, वहीं विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने उनके बीजेपी में विलय को मंजूरी दे दी है।